Move to Jagran APP

छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कांग्रेस में दावेदारों की बयार, भाजपा को विपक्ष में भीतरघात की उम्मीद

कांग्रेस में दावेदारों की भीड़ को भाजपा अपने लिए शुभ मान रही है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 03:28 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 03:49 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कांग्रेस में दावेदारों की बयार, भाजपा को विपक्ष में भीतरघात की उम्मीद
छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कांग्रेस में दावेदारों की बयार, भाजपा को विपक्ष में भीतरघात की उम्मीद

रायपुर (नईदुनिया/राज्य ब्यूरो)। मुख्यमंत्री से लेकर भाजपा सरकार के मंत्रियों और दूसरे कद्दावर नेताओं की सीट से कांग्रेस के दावेदारों की फौज उतर गई है। कांग्रेस इसे अपने लिए शुभ संकेत मानकर चल रही है, क्योंकि पार्टी ने सभी दावेदारों से संकल्प पत्र भराया है कि प्रत्याशी कोई एक होगा, लेकिन बाकी सबको उसे जिताने के लिए काम करना है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अब उनके सामने ऐसे नेताओं की फौज खड़ी हो गई है, जो खुद को चुनाव लड़ने के योग्य पा रहे हैं। जब सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

loksabha election banner

दूसरी तरफ, कांग्रेस में दावेदारों की भीड़ को भाजपा अपने लिए शुभ मान रही है। भाजपा संगठन के पदाधिकारियों में इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि हर बार की तरह टिकट बंटते ही कांग्रेस में भीतरघात शुरू हो जाएगा। ऐसे में भाजपा के लिए चौथी बार सत्ता में आना आसान होगा। कांग्रेस के दावेदारों की सूची को देखकर यह बात सामने आई है कि 15 साल से सत्ता से बाहर रहने के बावजूद पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं में उत्साह कम नहीं हुआ है। पार्टी के पुराने चहेरों के अलावा कई सारे नए चेहरों ने दावेदारी ठोकी है।

प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल चुनाव राजनांदगांव सीट पर होने वाला है, क्योंकि यह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र है और यहीं से पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अजीत जोगी ने भी चुनाव लड़ने का एलान किया है। दो दिग्गज नेताओं की चिंता न करते हुए कांग्रेस के 33 नेताओं ने चुनाव लड़ने के लिए पार्टी को आवेदन दिया है। मंत्रियों के क्षेत्र में भी यही हाल है। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण से 2008 में 24 हजार और 2013 में 34 हजार वोट से चुनाव जीता था। इस सीट को भाजपा का अभेद किला माना जाता है, उसके बावजूद उन्हें कांग्रेस के तीन दर्जन नेता चुनौती देने को तैयार हैं।

मंत्री अमर अग्रवाल बिलासपुर से चार बार के विधायक हैं। पिछली बार कांग्रेस ने महापौर वाणी राव को मैदान में उतारा था, लेकिन उसके बाद भी यह सीट भाजपा की झोली में चली गई थी। अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ना बड़ी चुनौती है, यह जानते हुए भी कांग्रेस के 49 नेताओं ने दावेदारी की है। रायपुर पश्चिम के विधायक और मंत्री राजेश मूणत को भी कांग्रेस के 33 नेता चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

इसी तरह मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, रामसेवक पैकरा, रमशीला साहू, दयालदास बघेल, पुन्नूलाल मोहले, भइयालाल राजवाड़े, महेश गागड़ा, अजय चंद्राकर के अलावा विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, जगदलपुर के दो बार के विधायक संतोष बाफना की सीटों में भी कांग्रेस नेताओं ने बढ़-चढ़कर दावेदारी की है। विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष व भाजपा नेता बद्रीधर दीवान की बेलतरा सीट में कांग्रेस के सबसे ज्यादा नेताओं ने दावेदारी की है।

आगे क्या रहेगी रणनीति-

कांग्रेस: दावेदारों को समझाकर एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिश होगी, ताकि खुद को चुनाव लड़ने के लिए हर तरह से सक्षम मान रहे पार्टी के नेताओं को एकजुट किया जा सके। इससे भाजपा के कद्दावर नेताओं की सीट में कांग्रेस अपनी ताकत बढ़ा सकेगी।

भाजपा: कांग्रेस में टिकट वितरण का इंतजार रहेगा। टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं पर नजर रखी जाएगी। कांग्रेस में भीतरघात की कितनी आशंका है, यह जानने का प्रयास होगा। इसके अलावा असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं को भाजपा में लाने की कोशिश होगी।

कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से दावेदार नहीं
कांग्रेस के कुछ कद्दावर नेताओं के विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के किसी और नेता ने दावेदारी नहीं की है। पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल का पाटन, नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का अंबिकापुर, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू का अभनपुर, पूर्व नेता-प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे का साजा, कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा के पुत्र अरुण वोरा का दुर्ग, पार्टी के उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा का कोंटा का सिंगल आवेदन जमा हुआ है। इनमें से कुछ सीटों पर सिंगल आवेदन का लाभ मिलेगा। पार्टी के नेता-कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करेंगे, लेकिन कुछ सीटों पर नुकसान की आशंका भी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कद्दावर नेताओं के दबाव के चलते दूसरे नेताओं को दावेदारी का मौका नहीं मिल पाया है, जो कि चुनाव के समय भीतरघात कर सकते हैं।

भाजपा के कद्दावर नेताओं की सीटों में कांग्रेसियों ने ठोंकी ताल

भाजपा नेता                   - विधानसभा सीट   -  कांग्रेस के दावेदार
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह   - राजनांदगांव        -  33
मंत्री अमर अग्रवाल         - बिलासपुर            - 49
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल   - रायपुर दक्षिण        - 36
मंत्री राजेश मूणत           - रायपुर पश्चिम         - 33
मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय     - वैशालीनगर           - 46
मंत्री रामसेवक पैकरा     -  प्रतापपुर               - 11
मंत्री रमशीला साहू         - दुर्ग ग्रामीण            - 35
मंत्री दयालदास बघेल      - नवागढ़                - 22
मंत्री केदार कश्यप         - नारायणपुर            - 16
मंत्री अजय चंद्राकर        - कुस्र्द                  - 37
मंत्री पुन्नूलाल मोहले       - मुंगेली                  - 20
मंत्री भइयालाल राजवाड़े - बैकुण्ठपुर             - 13
स्पीकर गौरीशंकर अग्रवाल - कसडोल           - 15
बद्रीधर दीवान               -  बेलतरा               - 72
संतोष बाफना               -  जगदलपुर            - 42


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.