गांधी जयंती पर छत्तीसगढ़ में होगी नई आदिवासी पार्टी की घोषणा
सर्व आदिवासी समाज एक बार फिर चुनाव मैदान में ताल ठोंकने की तैयारी कर रहा है। समाज ने अब नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की बात कही है।
रायपुर (नईदुनिया/ राज्य ब्यूरो)। सर्व आदिवासी समाज एक बार फिर चुनाव मैदान में ताल ठोंकने की तैयारी कर रहा है। समाज ने अब नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की बात कही है। इस पार्टी का नाम आदिवासी पार्टी हो सकती है। पार्टी की घोषणा दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर की जाएगी।
सर्व आदिवासी समाज ने इससे पहले भी चुनावी राजनीति में उतरने की पहल की थी। तब एससी-एसटी, ओबीसी संयुक्त मोर्चा की बैठक में आरक्षित सभी सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई थी। बाद में समाज के प्रमुखों ने इस बात पर आपत्ति जताई की सामाजिक संगठन के बैनर का राजनीतिक इस्तेमाल न किया जाए। इसके बाद आदिवासी समाज ने चुनाव लड़ने से कदम पीछे खींच लिए थे। अब चुनाव लड़ने के लिए अलग ट्राइबल पार्टी का गठन किया जा रहा है।
सर्व आदिवासी समाज के सचिव बीएस रावटे ने दैनिक जागरण के सहयोगी अखबार नईदुनिया से कहा- क्या करें, कांग्रेस और भाजपा तो आदिवासी मुद्दों पर हमारा साथ ही नहीं दे रहे हैं। अलग पार्टी बनाना ही विकल्प है। उन्होंने कहा कि हम सभी आदिवासी नेताओं को साथ आने को कह रहे हैं। वे हमारे ही लोग हैं, भटक गए हैं तो हम रास्ते पर ले आएंगे। कांग्रेस और भाजपा में जाकर वे गूंगे-बहरे हो गए हैं। 70 साल से हमारा अधिकार नहीं मिला। आदिवासी नेता चुनाव जीतने के बाद अपने विकास में लग गए और वह भी ठीक से नहीं कर पाए। आदिवासी पार्टी की सरकार बने और प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री हो तभी समाज का भला हो सकता है।
29 सीटों पर तय कर रहे हैं प्रत्याशी
रावटे ने कहा कि दो अक्टूबर को पार्टी की रीति नीति की घोषणा की जाएगी। फिलहाल हम आदिवासियों के लिए आरिक्षत 29 सीटों पर प्रत्याशी तय कर रहे हैं। एससी-एसटी संयुक्त मोर्चा से भी बातचीत चल रही है। अगर सहमति बनी तो एससी और अन्य सीटों पर भी प्रत्याशी उतार सकते हैं।