छत्तीसगढ़: पहले चरण में जिसके साथ नारी शक्ति, उसका रहेगा पलड़ा भारी
छत्तीसगढ़ में 12 नवबंर और 20 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग है। नतीजा 11 दिसंबर को आएगा।
अरविंद दुबे। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान है। दिलचस्प बात यह है कि इन 18 सीटों पर नारी शक्ति जिसके साथ होगी, उसका पलड़ा भारी होगा। कारण - इन सीटों पर पुरुष वोटर्स की तुलना में महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, पहले चरण में कुल 31,79,520 लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 16,21,839 महिलाएं और 15,57,592 पुरुष हैं। जानिए इसी से जुड़ी रोचक बातें -
- 18 सीटों में 12 एसटी, 5 सामान्य और 1 एसटी श्रेणी की है। 2013 में इनमें से 12 पर कांग्रेस के प्रत्याशी विजयी हुए थे। ये सीटें थीं - कोंटा, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, बस्तर, केशकाल, कोण्डागांव, भानुप्रतापुर, कांकेर, खुज्जी, मोहला-मानपुर, खैरागढ़ और डोंगरगांव। वहीं भाजपा को 6 सीटों (बीजापुर, जगदलपुर, नारायणपुर, अंतागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव) से संतोष करना पड़ा था।
- 2013 में 18 में से 13 सीटें ऐसी थीं, जहां महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा रही। इन 13 में से 10 पर कांग्रेस जीती थी। वहीं महिलाओं की तुलना में ज्यादा पुरुष वोटर्स की संख्या वाली 5 सीटों में से दो पर कांग्रेस (खैरागढ़, डोंगरगांव) और तीन पर भाजपा (अंतागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव) प्रत्याशी विजयी हुआ था।
इन सीटों पर वोटिंग : कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, बस्तर, जगदलपुर, नारायणपुर, केशकाल, कोण्डागांव, अंतागढ़, भानुप्रतापुर, कांकेर, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला-मानपुर।
प्रमुख महिला प्रत्याशी
पहले चरण में जिन महिला प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर है, उनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का है। 31 साल भाजपा में रहीं करुणा शुक्ला कांग्रेस के टिकट पर राजनांदगांव से चुनाव लड़ रही हैं और मौजूदा भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ मैदान में हैं।
वहीं दूसरा चर्चित नाम धरमजयगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी पूर्व संसदीय सचिव ओमप्रकाश राठिया की बहू लीनव राठिया हैं। उनका मुकाबला मौजूदा विधायक कांग्रेस के लालजीत सिंह राठिया से है। लालजीत पूर्व मंत्री चनेशराम राठिया के बेटे हैं।