Chhattisgarh Election Result 2018 : कांग्रेस की ऐसी चली आंधी कि उड़ गई रमन सरकार
Chhattisgarh Election Result 2018 : छत्तीसगढ़ में जनता ने कांग्रेस को सिर आंखों पर बिठाया। भाजपा के 65 प्लस के नारे को कांग्रेस ने किया पूरा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद कांग्रेस की ऐसी आंधी चली कि रमन सरकार उड़ गई। कांग्रेस ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। अभी वोटों की गिनती का काम पूरा नहीं हुआ है और सभी सीटों के अंतिम परिणामों की घोषणा होते-होते रात हो जाएगी लेकिन अब तक जो रूझान मिले हैं उसमें भाजपा का सूपड़ा साफ हो चुका है। भाजपा को महज 15 सीटों पर ही जीत मिलती दिख रही है।
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में दावा तो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, बसपा, आम आदमी पार्टी, गोंगपा समेत अन्य कई दलों का भी था लेकिन कांग्रेस ने बाजी एकतरफा कर दी। जनता कांगे्रस छत्तीसगढ़ पांच सीटों पर और उसके गठबंधन की सहयोगी पार्टी बसपा तीन सीटों पर आगे है लेकिन कांग्रेस की जीत ऐसी है कि दूसरों की जीत का सरकार बनाने बिगाड़ने में कोई मायने बचा नहीं। कांग्रेस 67 सीटों पर आगे चल रही है। इससे एक दो सीट कम या ज्यादा भी हुआ तो भी उसके पास दो तिहाई से ज्यादा बहुमत रहेगा।
छत्तीसगढ़ में जो जीत हुई है वह मध्यप्रदेश और राजस्थान पर हावी रही। चर्चा सिर्फ छत्तीसगढ़ की जीत की होती रही। सुबह 9 बजे जैसे ही डाक मतपत्रों से पहला रूझान आना शुरू हुआ कांग्रेस के खेमे का उत्साह बढ़ने लगा। भाजपा शुरू में तो कहती रही कि हमारी स्थिति कुछ देर में बदलेगी लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरा स्थिति साफ होती गई।
इसके बाद भाजपा दफ्तरों में सन्न्ाटा पसर गया। शाम होते होते कांग्रेस ऐतिहासिक विजय की राह पर चल पड़ी थी। कांग्रेस नेता पार्टी के राज्य मुख्यालय राजीव भवन में जुटे। उनके चेहरे खिले हुए थे। जनता को धन्यवाद दिया और समर्थकों को बधाई दी। कांग्रेस ने बदलाव का नारा दिया था जो सार्थक रहा।
भाजपा 65 प्लस की बात कहती रही उसे भी भाजपा ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने ही पूरा किया। किसी को उम्मीद न थी कि कांग्रेस इतनी बड़ी जीत दर्ज कर लेगी। लोकसभा चुनाव से चार महीने पहले छत्तीसगढ़ में हुए सेमीफाइनल के नतीजों ने कांग्रेस के खेमे में उत्साह का संचार कर दिया है।
रमन ने सौंपा इस्तीफा, ली जिम्मेदारी
चुनावी नतीजों का रूझान साफ होने के बाद शाम को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मीडिया के सामने आए। उन्होंने इससे पहले ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। रमन बोले-हार की जिम्मेदारी मेरी है। जब तीन बार जीता तो जीत की जिम्मेदारी ली, इसलिए हार की जिम्मेदारी से बच नहीं सकता।
बड़ा सवाल, अब कौन होगा मुख्यमंत्री
कांग्रेस की जीत के साथ ही इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री कौन होगा। कांग्रेस यहां बिना चेहरे के चुनाव में उतरी थी। यह पार्टी की सामूहिक विजय है। मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं। पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत सभी लाइन में हैं। मीडिया से नेताओं ने कहा-कल विधायकदल की बैठक होगी, फिर आलाकमान से जो निर्णय आएगा सबको मान्य होगा।
प्रमुख चेहरे जो विजयी रहे
कांग्रेस-भूपेश बघेल, चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, उमेश पटेल, अमितेश शुक्ल, धनेंद्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, अरूण वोरा, रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, शिव डहरिया, अमरजीत भगत, मनोज मंडावी, देवेंद्र यादव, विकास उपाध्याय, शैलेष पांडेय।
भाजपा- डॉ.रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, पुन्न्ूलाल मोहले, ननकी राम कंवर, शिवरतन शर्मा, विद्यारतन भसीन, नारायण चंदेल
जकांछ-बसपा गठजोड़-अजीत जोगी, रेणु जोगी, धर्मजीत सिंह, देवव्रत सिंह, केशव चंद्रा।
प्रमुख चेहरे जो हारे
प्रेम प्रकाश पांडेय, रामसेवक पैकरा, भैयालाल राजवाड़े, केदार कश्यप, महेश गागड़ा, राजेश मूणत, विक्रम उसेंडी, अमर अग्रवाल, देवजी भाई पटेल, मधुसूदन यादव, गौरी शंकर अग्रवाल, दयालदास बघेल, रामदयाल उइके, ओपी चौधरी (भाजपा), ऋचा जोगी (बसपा), आरके राय, सियाराम कौशिक (जकांछ), करुणा शुक्ला(कांग्रेस)।
सबसे बड़ी जीत
अमितेश शुक्ल कांग्रेस- राजिम, 57 हजार, कुंवर निषाद कांग्रेस-गुंडरदेही 54 हजार, उत्तरी जांगड़े कांग्रेस-सारंगढ़ 47 हजार।
सबसे छोटी जीत
चंद्रदेव राय कांग्रेस-बिलाईगढ़ 999 वोट, सौरभ सिंह भाजपा-चंद्रपुर 1075 वोट, मोहन मरकाम कांग्रेस-कोंडागांव-1575 वोट।
(नोट : वोटों का अंतर अंतिम नतीजे आने तक कम या ज्यादा हो सकता है)