Chhattisgarh Chunav 2018 : दूसरे चरण के चुनाव में भी है लाल आतंक का खतरा
Chhattisgarh Chunav 2018दूसरे चरण में छह जिलों की करीब दर्जनभर से अधिक सीटें नक्सल प्रभावित हैं
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल आतंक थम रहा है, लेकिन लाल आतंक की दहशत अभी बनी हुई है। यही वजह है कि चुनाव आयोग ने केवल छत्तीसगढ़ में ही दो चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया। पहले चरण में राज्य के नक्सल प्रभावित आठ जिलों की 18 सीटों को रखा गया था।
तगड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच वहां रिकार्ड 76 फीसद से अधिक मतदान हुआ। अब बारी दूसरे चरण की है, जहां मंगलवार को मतदान होगा। इस चरण में राज्य के चार संभाग के 19 जिलों की 72 सीट शामिल हैं। इनमें छह जिलों की करीब दर्जनभर से अधिक सीटें नक्सल प्रभावित हैं। यानी इस चरण में भी नक्सल खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
14 में से छह जिले इस चरण में
केंद्र सरकार की नक्सल प्रभावित जिलों की सूची में छत्तीसगढ़ के कुल 14 जिले शामिल हैं। इनमें से छह जिले बलोद, बलरामपुर, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद व कबीरधाम में दूसरे चरण में मतदान होना है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्यादा खतरा
दूसरे चरण के नक्सल प्रभावित जिलों में ज्यादातर जिले ऐसे हैं जिनकी सीमाएं नक्सल प्रभावित राज्यों से लगती है। बलरामपुर की सीमा झारखंड से लगी हुई है। धमतरी, गरियाबंद व महासमुंद ओडिशा और कबीरधाम की सीमा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से लगी हुई है।