Chhattisgarh Cabinet: भूपेश बघेल की टीम में शामिल हुए 9 मंत्री, अब होगा विभागों का बंटवारा
Chhattisgarh Cabinet : जीत की खुमारी से बाहर निकलकर अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटेगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपनी टीम गठित कर दी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 9 मंत्रियों को शपथ दिलाई। अब विभागों का बटंवारा होगा।
इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया सोमवार शाम को बंद लिफाफा साथ लेकर आए, तो एयरपोर्ट के बाहर मंत्री पद की दौड़ में शामिल सभी विधायक लाइन से खड़े नजर आए। हर किसी की नजर बंद लिफाफे पर थी, जो नजर नहीं आ रहा था। विधायकों ने टटोलने की कोशिश भी की, लेकिन उस वक्त तक उन्हें किसी भी तरह का संकेत नहीं मिल पाया।
मतलब, शपथ ग्रहण समारोह के एक दिन पहले तक नामों को लेकर रहस्य बना रहा। प्रदेश प्रभारी पुनिया ने यह तो साफ कर दिया कि नए विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जा रहा है।
राजभवन की जगह, खुले मैदान में समारोह
मुख्यमंत्री और दो मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह बारिश के कारण इनडोर स्टेडियम में कराना पड़ा था। 35 हजार कार्ड बांटे गए थे, लेकिन जगह कम होने के कारण केवल आठ हजार लोगों को ही प्रवेश मिल पाया था। मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में अधिकाधिक लोग शामिल हो पाएं, इसलिए राजभवन के बजाये खुले मैदान को चुना गया। यहां कांग्रेस लोकसभा चुनाव के पहले शक्ति प्रदर्शन किया।
अब लोकसभा की तैयारी में जुटेगी कांग्रेस
जीत की खुमारी से बाहर निकलकर अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटेगी। राहुल गांधी ने प्रदेश प्रभारी पुनिया के माध्यम से यह संदेश भेजा है, ताकि अब लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीरता के साथ मैदान में उतरना है। पुनिया बुधवार दोपहर को दिल्ली लौटेंगे।
मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्रियों की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाएंगे। विधानसभा सीटों में जिस तरह से कांग्रेस को जीत मिली है, उसके आधार पर पार्टी के नेताओं का दावा है कि कांग्रेस सभी 11 लोकसभा सीटों पर जीतकर आएगी।
सबको संतुष्ट करना मुश्किल : भूपेश
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि संवैधानिक बाध्यता के कारण 13 से ज्यादा विधायकों को ही मंत्रिमंडल में नहीं लिया जा सकता है। इस कारण सबको संतुष्ट करना भी मुश्किल है। जिन लोगों को मंत्रिमंडल में लिया जाएगा, वे काबिल लोग होंगे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होगा कि जिन्हें नहीं लिया जाएगा, वे काबिल नहीं हैं। सबको मिलजुलकर सरकार चलाना है।
पहली बार के विधायक नहीं बनेंगे मंत्री
पुनिया एयरपोर्ट में मीडिया से चर्चा के दौरान पुनिया ने कहा कि इतने सारे विधायक जीतकर आए हैं, इसलिए मंत्रियों का नाम तय करने की चुनौती तो थी। राहुल गांधी सभी को जानते थे, इसलिए नाम तय करने में दिक्कत नहीं हुई। मंत्रियों के चयन में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है।
चौबे के नाम पर सीएम ने दिया संकेत
सीएम बघेल ने सोमवार को पाटन में सभा रविंद्र चौबे के मंत्री बनने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक बंधन है, इसलिए मंत्रियों के नामों को उजागर नहीं कर सकते। आगे उन्होंने कहा कि मंच पर बैठे एक मंत्री को बधाई दे सकते हैं। आप लोग समझदार हैं, इसलिए इशारा ही काफी है। मंच पर चौबे बैठे थे।