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CG Election 2018: बस्तर में रिकॉर्ड मतदान, नहीं चलेगी नक्सली धमकी

CG Election 2018 बस्तर, दतेंवाड़ा, सुकमा, बीजापुर इन छह जिलों के नौ विधानसभा क्षेत्रों में औसत 71 फीसदी मतदान हुआ है।

By Sandeep ChoureyEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 12:47 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 12:47 PM (IST)
CG Election 2018: बस्तर में रिकॉर्ड मतदान, नहीं चलेगी नक्सली धमकी
CG Election 2018: बस्तर में रिकॉर्ड मतदान, नहीं चलेगी नक्सली धमकी

विनोद सिंह, जगदलपुर। नक्सलवाद के कारण हमेशा देश-दुनिया में चर्चा में बने रहने वाले बस्तर के भोले-भाले किंतु जागरूक आदिवासियों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में अपना जिगर दिखाया है। नक्सली धमकियों, चुनाव बहिष्कार न करने पर परिणाम भुगतने के चेतावनियों के उन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व में जिस तरह की सहभागिता निभाई है, उसने यह साफ कर दिया कि अब नक्सलियों की धमकियां नहीं चलेंगी। विकास की राह लोकतंत्र से ही तय होगी, यह बात वे समझ गए हैं।

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तभी तो इस बार के चुनाव में बस्तर संभाग के केशकाल घाटी से लेकर दक्षिण तक फैले कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, दतेंवाड़ा, सुकमा, बीजापुर इन छह जिलों के नौ विधानसभा क्षेत्रों में औसत 71 फीसदी मतदान हुआ है। इतना अधिक मतदान इससे पहले कभी नहीं हुआ। बस्तर विधानसभा को छोड़ दिया जाए तो इनमें से बाकी आठ विधानसभा क्षेत्रों में अब तक हुए पिछले सभी चुनावों से अधिक मतदान हुआ है। बस्तर जिले के जगदलपुर व चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र में इस बार अब तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है।

नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की धमकियां बेअसर साबित हुईं और मतदाता बेखौफ होकर मतदान करने को निकले। दुर्गम भौगोलिक क्षेत्र भी मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक पहुंचने से नहीं रोक पाया। कई किलोमीटर पैदल चलकर, नदी-नाले पार कर उन्होंने लोकतंत्र में अपनी सहभागिता निभाई।

धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र तुलसी डोंगरी के नजदीक बसे ग्राम एलेंग्गनार के ग्रामीण (मतदाता) वोट डालने के लिए लगभग 12 किलोमीटर पैदल चलकर टाहकवाड़ा बूथ तक पहुंचे। मतदाताओं की सुरक्षा और उनका विश्वास बनाए रखने में फोर्स की भूमिका भी सराहनीय रही।

नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों में दिखा अलग रंग

बस्तर संभाग के सात जिलों में स्थित 2831 मतदान केंद्रों में से दो तिहाई मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित हैं। इनमें 1156 मतदान केंद्र अति संवेदनशील और 930 संवेदनशील माने गए हैं। इनमें अधिकांश दक्षिण-पश्चिम बस्तर में स्थित हैं।

इन केन्द्रों में भी इस विधानसभा चुनाव में रिकार्ड मतदान हुआ। संभाग के सबसे अधिक पिछड़े अबूझमाड़ के 18 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों में 2013 के चुनाव की तुलना में इस बार एक हजार से अधिक वोट पड़े हैं। नक्सल प्रभावित जिले सुकमा व बीजापुर में तो आठ से दस फीसदी अधिक वोट डाले गए हैं।

विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2018 वर्ष 2013

जगदलपुर 78.93 73.61

कोंटा 55.00 48.36

बीजापुर 48.00 44.96


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