CG Election 2018 : पूर्ण बहुमत आया तो दो दिन के भीतर होगा शपथ ग्रहण
CG Election 2018 : छत्तीसगढ़ में 12 दिसंबर तक है मौजूदा सरकार का कार्यकाल। यानी इस तारीख के बाद रमन कैबिनेट का संवैधानिक अधिकार खत्म हो जाएगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनाव परिणाम आने के दो दिन के भीतर नई सरकार के शपथ ले लेने की उम्मीद की जा रही है। इसकी एक वजह मौजूदा सरकार का कार्यकाल 12 दिसंबर को खत्म हो रहा है। यानी इस तारीख के बाद रमन कैबिनेट का संवैधानिक अधिकार खत्म हो जाएगा। वहीं, दूसरी वजह 14 दिसंबर से शुरू हो रहा खरमास है, जो 14 जनवरी तक चलेगा। मान्यता है कि इस दौरान शुभ काम नहीं किए जाते हैं।
त्रिशंकु हुआ तो बन सकती है राष्ट्रपति शासन की स्थिति
एक दिन बाद 11 दिसंबर को होने वाले मतगणना में यदि किसी एक दल को बहुमत नहीं मिलता है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनती है तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सरकार बनाने में देर होने की स्थिति में राष्ट्रपति शासन लगाने की नौबत आ सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों की राय है कि भाजपा को बहुमत मिला तो संभव है कि इस बार भी 12 दिसंबर को ही शपथ ग्रहण हो जाए, लेकिन कांग्रेस को बहुमत मिला और सीएम पद फाइनल करने में विलंब हुआ तो शपथ ग्रहण में वक्त लग सकता है।
14 से शुरू हो जाएगा खरमास
14 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। इसी वजह से माना जा रहा है कि जिस भी दल को बहुमत मिलेगा, उसकी कोशिश 14 से पहले शपथ लेने की होगी।
एमपी-सीजी में एक ही राज्यपाल
इस बार शपथ ग्रहण को लेकर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ को आपस में तालमेल बैठाना पड़ेगा, क्योंकि दोनों ही राज्यों में राज्यपाल एक ही हैं। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन के निधन के बाद से यहां की जिम्मेदारी भी मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ही संभाल रही हैं। अगर एक ही दिन शपथ ग्रहण की स्थिति बनी तो दोनों की टाइमिंग दो से तीन घंटे का अंतर रखना पड़ेगा।
पुलिस परेड मैदान फिर बनेगा गवाह
राजधानी रायपुर का पुलिस परेड मैदान राज्य की पांचवीं सरकार के शपथ ग्रहण का गवाह बनेगा। अब तक के चारों शपथ ग्रहण समारोह इसी मैदान में हुए हैं। हालांकि शपथ ग्रहण को लेकर नया रायपुर में भी संभावना तलाशी जा रही है। अफसरों का कहना है कि शपथ ग्रहण कहां होगा यह तो आने वाली सरकार ही तय करेगी।
एक बार सात और दो बार 12 को रमन ने ली है शपथ
अब तक तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके डॉ. रमन सिंह ने पहली बार 2003 में सात दिसंबर को शपथ ली थी। इसके बाद 2008 और 2013 में 12 दिसंबर को शपथ लिया था। रमन कैबिनेट में मौजूद चार मंत्री ऐसे हैं, जो डॉ. सिंह के साथ लगातार सत्ता की बागडोर संभाल रहे हैं।