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CG Election 2018 : इस बार भी नारी शक्ति को पूरा हक नहीं दे पाईं पार्टियां

CG Election 2018 : 33 फीसद की वकालत करने वाले दलों ने विधानसभा चुनाव में केवल 11 से 15 फीसद महिलाओं को ही टिकट दिया।

By Hemant UpadhyayEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 07:56 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 07:56 PM (IST)
CG Election 2018 : इस बार भी नारी शक्ति को पूरा हक नहीं दे पाईं पार्टियां
CG Election 2018 : इस बार भी नारी शक्ति को पूरा हक नहीं दे पाईं पार्टियां

रायपुर। नारी सशक्तीकरण और आरक्षण की वकालत करने वाली पार्टियों ने इस विधानसभा चुनाव में भी महिलाओं के अधिकार पर डंडी मार दी। राजनीतिक पार्टियों ने इस बार भी महिलाओं को प्रतिधित्व देने में कंजूसी बरती। टिकट वितरण में 33 फीसद तो दूर पार्टियां ने उन्हें 16 फीसद टिकट भी नहीं दिया।

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राष्ट्रीय दलों ने बमुश्किल 11 से 15 फीसद ही टिकट दिए। इसके बावजूद करीब 115 से अधिक महिलाओं ने इस बार विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाया है। राज्य में महिलाओं के विधानसभा चुनाव लड़ने का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।

इस बार कांग्रेस से आगे निकली भाजपा

अब तक के तीनों चुनाव में महिलाओं को टिकट देने में कांग्रेस, भाजपा से आगे रहती थी, लेकिन इस बार भाजपा ने 14 महिलाओं को टिकट दिया। इसके विपरीत कांग्रेस ने केवल 12 को प्रत्याशी बनाया है। बसपा के कोटे से पांच और जकांछ से तीन महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी ने भी आठ महिलाओं को टिकट दिया है।

मतदान के प्रति जागरूक हैं राज्य की महिलाएं

छत्तीसगढ़ की मातृशक्ति मतदान के मामले में पुरुषों से ज्यादा जागरूक हैं। 20 नवंबर को राज्य की 72 सीटों पर हुए मतदान में करीब 27 सीटों पर महिलाओं ने पुस्र्षों से अधिक मतदान किया है। वहीं, करीब दर्जनभर से अधिक सीटें ऐसी हैं, जहां पुरुष और महिलाओं के वोटिंग फीसद में मामूली अंतर है।

हर बार बढ़ रही सक्रियता

वर्ष 2000 में अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ में पहला विधानसभा का चुनाव 2003 में हुआ। उस चुनाव में राज्य की 90 में से 46 सीटों पर 62 महिला प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया। 2008 में चुनाव लड़ने वाली महिलाओं की संख्या बढ़कर 94 पहुंच गई। बीते 2013 में थोड़ी कमी आई और आंकड़ा 83 तक ही पहुंच पाया। इस बार फिर 115 महिलाओं ने चुनाव लड़ा है।

हर बार 5 से 11 महिलाएं जीत रहीं

राज्य निर्माण के बाद 2003 में हुए पहले चुनाव में पांच महिलाएं जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। इनमें चार भाजपा व एक बसपा की थीं। 2008 में यह संख्या बढ़कर 11 पहुंच गई। इसमें छह भाजपा और पांच कांग्रेस की विधायक चुनी गईं। 2013 में भाजपा की छह और कांग्रेस की चार महिलाओं समेत 10 महिलाएं विधायक बनीं।

महिला प्रत्याशियों की पार्टीवार स्थिति

2003 2008 2013

पार्टी टिकट जीत टिकट जीत टिकट जीत

भाजपा 06 04 10 06 11 06

कांग्रेस 08 00 10 05 14 04

बसपा 06 01 08 00 06 00

निर्दल. 09 00 22 00 29 00


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