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CG Chunav 2018: गठबंधन की स्थिति में कैसे बने सरकार, कांग्रेस के नेता दिल्ली में मिलेंगे राहुल गांधी से

Chhattisgarh Chunav 2018: भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं को संभावना नजर आ रही है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार गठबंधन की सरकार बनानी पड़ सकती है।

By Rahul.vavikarEdited By: Published: Thu, 29 Nov 2018 10:49 PM (IST)Updated: Fri, 30 Nov 2018 07:39 AM (IST)
CG Chunav 2018: गठबंधन की स्थिति में कैसे बने सरकार, कांग्रेस के नेता दिल्ली में मिलेंगे राहुल गांधी से
CG Chunav 2018: गठबंधन की स्थिति में कैसे बने सरकार, कांग्रेस के नेता दिल्ली में मिलेंगे राहुल गांधी से

रायपुर, नईदुनिया, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के संभावित चुनावी नतीजे पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को नौ वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है। कांग्रेस बहुमत के साथ सरकार बनानी की स्थिति में आती है, तब तो कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन गठबंधन की सरकार बनानी पड़ी तो पार्टी का क्या कदम होगा? इस पर राहुल मंथन करेंगे।

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बैठक में शामिल होने के लिए गुरुवार को पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, चुनाव योजना एवं रणनीति समिति के अध्यक्ष रविंद्र चौबे दिल्ली पहुंच गए, जबकि नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू, विधायक सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर शुक्रवार को सुबह रवाना होंगे। बैठक में छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, डॉ. अरुण उरांव और डॉ. चंदन यादव भी शामिल होंगे।

प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी सरकार बनाने का भले ही दावा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक दोनों संशय की स्थिति में हैं। दोनों दलों के नेताओं को यह संभावना भी बनती नजर आ रही है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार गठबंधन की सरकार बनानी पड़ सकती है। इधर, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी की यही कोशिश रही है कि भाजपा और कांग्रेस किसी भी हालत में बहुमत में नहीं आ पाएं, ताकि वे छत्तीसगढ़ के कुमार स्वामी बन जाएं। इसी रणनीति के तहत ही जोगी ने बसपा के साथ गठबंधन भी किया। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ व बसपा के साथ गठबंधन करने की स्थिति बनी तो कांग्रेस के लिए दिक्कत इस बात की होगी कि उसने जोगी को पार्टी से बाहर किया है। इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से लेकर पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल समेत कई वरिष्ठ नेता जोगी की वापसी की संभावना को पूरी तरह से खारिज करते रहे हैं। नेता-प्रतिपक्ष सिंहदेव ने तो यह तक कहा है कि जोगी कांग्रेस में वापस आते हैं, तो वे राजनीति छोड़ देंगे।

पार्टी सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी संभावनाओं को देखते हुए ही वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे, ताकि गठबंधन की नौबत आई, तो वे मानसिक रूप से तैयार रहें। बैठक में यह भी तय हो सकता है कि किस नेता को गठबंधन का प्रस्ताव लेकर भेजा जाएगा, ताकि देर न हो। गठबंधन की शर्तें क्या हो सकती हैं, कांग्रेस किन शर्तों को मानेगी, ऐसे कई बिंदुओं पर चर्चा होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता यही दावा करेंगे कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को गठबंधन की जस्र्रत नहीं होगी। कांग्रेस बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।

नतीजे के पहले भीतरघातियों पर हो सकती है कार्रवाई

पीसीसी अध्यक्ष बघेल अपने साथ भीतरघातियों की रिपोर्ट लेकर दिल्ली गए हैं। इस कारण यह संभावना जताई जा रही है कि चुनाव के नतीजे आने से पहले ही भीतरघातियों पर कार्रवाई की तलवार चल सकती है। भीतरघातियों को लेकर पुनिया के साथ विस्तृत चर्चा होगी। उसके बाद राहुल गांधी के सामने केवल बात रखी जाएगी और उनसे निर्देश लिया जाएगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार भीतरघातियों में सबसे ज्यादा पार्टी के पार्षदों का नाम शामिल है।

ईवीएम से छेड़छाड़ पर होगी चर्चा

राहुल को पीसीसी अध्यक्ष और नेता-प्रतिपक्ष पांच जिलों के स्ट्रांग रूम में अनाधिकृत लोगों के प्रवेश के मामलों से अवगत कराएंगे। यह भी बताएंगे कि इसकी शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से कर दी गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जता दी गई है। स्ट्रांग रूम की चौबीस घंटे निगरानी हो रही, यह जानकारी भी दी जाएगी।


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