CG Election 2018: किसी को बाहरी कार्यकर्ता पर विश्वास तो कोई चुनाव संचालक के भरोसे
CG Election 2018: धमतरी विधानसभा क्षेत्र से तीन महिलाओं समेत 18 उम्मीदवार मैदान में हैं।
धमतरी, नईदुनिया प्रतिनिधि। धमतरी जिले में चुनावी मुकाबला रोचक हो गया है। राजनीतिक दलों की तरह निर्दलीय प्रत्याशी भी बूथ स्तर तक चुनावी तैयारी कर मजबूती के साथ ताल ठोक रहे हैं। इसके कारण प्रत्याशियों की जीत का रास्ता कठिन हो गया है। हर किसी को जमीनी स्तर पर मेहनत करनी पड़ रही है।
धमतरी विधानसभा क्षेत्र से तीन महिलाओं समेत 18 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां के एक राजनीतिक दल के उम्मीदवार ने स्थानीय कम, रायपुर के कार्यकर्ताओं को ज्यादा जिम्मेदारी दी है। भीतरघात के खतरा और पार्टी के बागी उम्मीदवार के कारण यह स्थिति बनी है। आयातित कार्यकर्ता अलग-अलग क्षेत्रों व कार्यों में मोर्चा संभाले हुए हैं। एक राजनीतिक दल के उम्मीदवार ने अपने पार्टी पदाधिकारियों को छोड़ कर चुनाव संचालक को ही पूरा जिम्मा दे दिया है। यहां भी इसका कारण भीतरघात का खतरा है, क्योंकि पार्टी का बागी प्रत्याशी मैदान में है।
कुरूद विधानसभा में 12 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है। यहां के राजनीतिक दल के एक उम्मीदवार के पास पार्टी की टीम रणनीति और समर्पित कार्यकर्ता हैं। तो दूसरे ाजनीतिक दल के उम्मीदवार को कार्यकर्ताओं के लिए जूझना पड़ रहा है। यहां निर्दलीय प्रत्याशी ने कार्यकर्ताओं को अपने पाले में कर लिया है। सिहावा विधानसभा से 11 उम्मीदवार चुनावी जंग लड़ रहे हैं। यहां एक अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक दल का भी प्रभाव है। उसके उम्मीदवार भी वनांचल गांवों में ताल ठोक रहे हैं, क्योंकि वनांचल में उस क्षेत्रीय दल का जनाधार मजबूत हैं।
पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार का बूथ स्तर तक मैनेजमेंट
धमतरी विधानसभा में हर बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोग चुनाव लड़ते हैं। किसी की मंशा वोट काटने की रहती है तो किसी की मंशा चुनाव लड़ने की। इस बार धमतरी और कुरूद विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दो उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी तैयारी बूथ स्तर तक है। सिर्फ उनके पास राजनीतिक दलों की तरह चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम नहीं है। सारी तैयारी राजनीतिक दलों की तरह ही है। हर मतदान केन्द्र में बैठने के लिए उनके पास कार्यकर्ता हैं और सभी वार्ड और मोहल्ले में प्रचार के लिए टीम है। राजनीतिक दलों की तरह शहर के वार्डों और गांवों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कार्यालय खोल रखे हैं। इस तरह चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार धमतरी और कुरूद की जनता पहली बार देख रही है।