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किस्सा कुर्सी का : कुर्सी से पहले 'कुर्सी' के लिए बोली

CG Election 2018 देखा जाए तो हर विधानसभा सीट में ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्हें पता है कि उनकी हार निश्चित है।

By Sandeep ChoureyEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 10:01 AM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 10:01 AM (IST)
किस्सा कुर्सी का : कुर्सी से पहले 'कुर्सी' के लिए बोली
किस्सा कुर्सी का : कुर्सी से पहले 'कुर्सी' के लिए बोली

रायपुर। विधानसभा की कुर्सी से पहले मतगणना कक्ष की कुर्सी के लिए जमकर बोली लगी है। निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने गणना अभिकर्ताओं की कुर्सी बेचकर चुनाव के अंतिम पड़ाव पर अपनी जेब भरने का काम किया है। उन्होंने अपने एक-एक गणना अभिकर्ता की कुर्सी डेढ़ से दो हजार रुपए में बेची है। गणना अभिकर्ताओं की कुर्सी खरीदने में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी आगे रहे हैं। मतगणना के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए भाजपा, कांग्रेस, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा ने कमर कस ली है।

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मतगणना कक्ष में हर विधानसभा के लिए 14 टेबल लगेगी। हर टेबल में उस विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रत्याशियों के एक-एक गणना अभिकर्ता बैठ सकते हैं। देखा जाए तो हर विधानसभा सीट में ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्हें पता है कि उनकी हार निश्चित है।

ऐसे प्रत्याशियों से भाजपा, कांग्रेस, जकांछ और बसपा के प्रत्याशियों ने संपर्क कर मतगणना के लिए कुर्सियों की सौदेबाजी की है। सूत्रों की मानें तो भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने तो दो-दो, तीन-तीन निर्दलीय प्रत्याशियों से गणना अभिकर्ताओं की कुर्सियां खरीदी हैं। मतलब, हर टेबल में उनके तीन से चार गणना अभिकर्ता रहेंगे। एक गणना अभिकर्ता तो उनका खुद के कोटे का रहेगा। बाकी निर्दलीय प्रत्याशियों के कोटे से रहेंगे।


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