CG Chunav 2018 : CG के कांग्रेस नेता अब MP के चुनावी दंगल में उतरने को तैयार
CG Chunav 2018 : छत्तीसगढ़ के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से राजनीति कर रहे हैं। कुछ तो मंत्री और प्रदेश पदाधिकारी भी रहे।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बाद अब यहां के कांग्रेस नेता मध्यप्रदेश के चुनावी दंगल में उतरना चाहते हैं, लेकिन उन्हें पार्टी हाईकमान के निर्देश का इंतजार है। विधानसभा चुनाव तो राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में भी है, लेकिन यहां के नेताओं का मध्यप्रदेश से ज्यादा लगाव है।
इसका कारण यह है कि छत्तीसगढ़ के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से राजनीति कर रहे हैं। कुछ तो मंत्री और प्रदेश पदाधिकारी भी रहे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों का कहना है कि एक-दो दिन में मध्यप्रदेश जाने का निर्देश मिल सकता है। जिन्हें मध्यप्रदेश में प्रचार के लिए जाना पड़ सकता है, उनके नाम लगभग तय ही हैं।
छत्तीसगढ़ में दोनों चरण का मतदान हो चुका है। ईवीएम मशीनें भी अब स्ट्रांग रूम में कैद हो चुकी है। प्रदेश के राजनीतिक दलों के नेताओं पर अभी कोई राजनीतिक कार्यक्रम कराने की जिम्मेदारी भी नहीं है।
ऐसे में यहां के कांग्रेस नेता मध्यप्रदेश की तरफ स्र्ख करने का मन बना रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल का कहना है कि हाईकमान का निर्देश मिलने की देरी है, मध्यप्रदेश ही नहीं, बाकी तीन और राज्य राजस्थान, तेलंगाना व मिजोरम भी यहां के नेता भेजे जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के कई कांग्रेस नेता ऐसे हैं, जो मध्यप्रदेश की जनता के लिए अनजाने नहीं हैं। जैसे पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, डॉ. चरणदास महंत, सत्यनारायण शर्मा, रविंद्र चौबे, धनेंद्र साहू अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री रह चुके हैं। आदिवासी नेता अरविंद नेताम तो मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष थे। नेताम और महंत तो पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को अंबिकापुर से लगे मध्यप्रदेश के इलाकों में बुलाया जा सकता है। राजनांदगांव से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली पूर्व सांसद कस्र्णा शुक्ला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं, इसलिए उन्हें भी प्रचार के लिए मध्यप्रदेश भेजा जा सकता है।
गोंगपा सुप्रीमो डाल चुके डेरा
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम ने मध्यप्रदेश में डेरा डाल दिया है। उनकी पार्टी मध्यप्रदेश की कुछ सीटों पर चुनाव लड़ रही है, इसलिए वे प्रत्याशियों के प्रचार के लिए पहुंच गए हैं।