भाजपा ने बनाई सोशल मीडिया के जरिये कैंपेनिंग की रणनीति
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाए जा रहे हैं।
बिलासपुर। स्मार्ट फोन रखने वाले मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा के रणनीतिकारों ने नया तरीका अख्तियार किया है। सोशल मीडिया के जरिये यूथ मतदाताओं को जोड़ने और उनसे सीधी बात करने की योजना बनाई गई है। उम्मीदवार यूथ वोटरों को अपनी कार्ययोजना के संबंध में तो बताएंगे ही साथ ही केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं पर भी फोकस करेंगे।
दो महीने पहले शुरू कर दी थी तैयारी
भाजपा ने इसकी तैयारी दो महीने पहले ही शुरू कर दी थी । इसके लिए अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और इसमें अधिक से अधिक यूथ वोटरों को जोड़ने का काम किया जा रहा है। सत्ताधारी दल ने बूथ से लेकर मंडल और जिला स्तर पर अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बना लिया है। जिला स्तर पर बने ग्रुप को अब विधानसभा क्षेत्रों में सीमित किया जा रहा है।
कार्यकर्ता ही नहीं परिवार के सदस्य भी ग्रुप में
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाए जा रहे हैं। खास बात ये कि सभी ग्रुप में विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी को शामिल किया जा रहा है। बूथ से लेकर जिला व विधानसभा स्तर पर बनने वाले ग्रुप को तीन स्तरों में बांट दिया गया है। पहले में युवा मोर्चा के पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं के अलावा परिवार से जुड़े यूथ व अन्य लोगों को शामिल किया जा रहा है। दूसरे ग्रुप में नए वोटरों के अलावा भाजपा परिवार के सदस्यों के परिजनों व उनके मित्रों को शामिल किया जा रहा है।
फेसबुक पर भी सक्रिय
व्हाट्सएप ग्रुप के अलावा फेसबुक के जरिए नेटवर्क का जाल बिछाया जा रहा है। फेसबुक में भी कुछ इसी तरह से लोगों को मित्रता की सूची में शामिल किया जा रहा है। विधानसभा क्षेत्र के नाम से भी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को जोड़ने की मुहिम चलाई जा रही है। पहले से बने व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल मोबाइलधारक मतदाताओं से प्रत्याशी द्वारा सीधी बात की जा रही है। कैंपेनिंग के इस अत्याधुनिक तरीके का लाभ मिलते भी दिखाई दे रहा है। कम समय में अधिक से अधिक लोगों से सीधी बातचीत के जरिए प्रत्याशी अपनी बात पहुंचा रहे हैं ।