Rajnagar Election 2020: क्या विकास की अग्नि परीक्षा में सफल हो पाएंगे भाजपा विधायक रामप्रीत?
Rajnagar Election News 2020 राजनगर विधानसभा सुरक्षित सीट है। यहां इस बार 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने एक बार फिर निवर्तमान विधायक रामप्रीत पासवान पर भरोसा जताया। महागठबंधन की ओर से राजद प्रत्याशी रामावतार पासवान हैं। यहां मुकाबला रोचक हो गया है।
मधुबनी, जेएनएन। राजनगर विधानसभा सुरक्षित सीट है। यहां इस बार 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने एक बार फिर निवर्तमान विधायक रामप्रीत पासवान पर भरोसा जताया। रामप्रीत पासवान ने 2015 के चुनाव में यह सीट राजद के कब्जे से छीनी थी। इसलिए, पार्टी ने इस बार भी उन्हेंं यहां से मौका दिया है। हालांकि, क्षेत्र में जनसंपर्क के दौरान निवर्तमान विधायक को जनता के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा। इससे स्पष्ट है कि यहां पिछले पांच सालों में हुए विकास की इस बार अग्निपरीक्षा है। महागठबंधन की ओर से राजद प्रत्याशी रामावतार पासवान हैं। पिछले चुनाव में जिले में एकमात्र यही सीट रही जहां भाजपा को जीत का स्वाद मिला था। अनुसूचित जाति की बहुलता वाली इस सीट पर दोनों गठबंधनों ने अपने-अपने दांव लगाए हैं। इस बीच सजद (डी) की ओर से शिवशंकर पासवान को प्रत्याशी बनाए जाने से मुकाबला रोचक हो गया है। समस्याओं को लेकर विरोधी मुखर हैं। यहां 53.48 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
2020 के प्रमुख प्रत्याशी :
रामप्रीत पासवान, भाजपा
रामावतार पासवान, राजद
शिवशंकर पासवान, (सजद डी)
2015 के विजेता, उपविजेता और मिले मत
रामप्रीत पासवान, भाजपा -71614 मत
रामावतार पासवान, राजद - 65372 मत
2010 के विजेता उपविजेता और मिले मत :
राम लखन, राजद - 40584 मत
रामप्रीत पासवान, भाजपा - 38125 मत
कुल वोटर : 3.28 लाख
पुरुष वोटर : 1.72 लाख (52.43 प्रतिशत)
महिला वोटर : 1.56 लाख (47.56 प्रतिशत)
ट्रांसजेंडर वोटर : 22 (0.006 प्रतिशत)
जीत का गणित
1972 के बाद यह सीट विलोपित हो गई थी। नए परिसीमन के आधार पर राजनगर विधानसभा का गठन कर 2010 से इस सीट पर चुनाव हो रहे हैं। पहले चुनाव में रामप्रीत पासवान को हार का सामना करना पड़ा, जबकि दूसरी बात जीत मिली। तीसरी बार रामप्रीत इस सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इस बार भी उनके
खिलाफ राजद के रामावतार यादव ही मैदान में हैं जो पिछली बार उनसे हार
चुके हैं। पिछले चुनाव में जिले में एकमात्र इसी सीट पर भाजपा को जीत
मिली थी। इस बार भाजपा को जदयू का भी साथ मिला है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस सीट को बचाने में कामयाब हो सकती है। लेकिन, क्षेत्र में जनता में निवर्तमान विधायक के प्रति नाराजगी के कारण पेच फंसा दिखता है।
प्रमुख मुद्दे
1. पर्यटन केंद्र का दर्जा : राज परिसर को पर्यटन केंद्र का दर्जा की मांग वर्षों
से उठ रही है।
2. कृषि महाविद्यालय : कृषि महाविद्यालय की स्थापना की मांग पूरी नहीं हो रही। इससे स्थानीय लोगों खासकर छात्र-छात्राओं के लिए यह मुद्दा ज्वलंत है।
3. कमला नदी पर पुल : गंगद्वार
में कमला नदी पर पुल निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही है।