Makhdumpur Election 2020 : मखदुमपुर सीट पर हम और राजद के बीच होगा मुकाबला दोनों ओर से नए खिलाड़ी हैं मैदान में
Makhdumpur Election News 2020 ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से चर्चित सीट मखदुमपुर में इस बार हम और राजद में सीधा मुकाबला हो सकता है। हालांकि बसपा के प्रत्याशी यहां लड़ाई को त्रिकोणात्मक रूप देने में जुटे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य यहां का प्रमुख मुद़दा है।
जेएनएन, जहानाबाद। ऐतिहासिक और धार्मिक से लेकर राजनीतिक रूप से चर्चित जिले की मखदुमपुर सुरक्षित विधानसभा सीट से जीते कई विधायक राज्य सरकार में मंत्री बने। इस सीट से विधायक रहते हुए ही जीतनराम मांझी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इस बार यहां से कुल नौ प्रत्याशी मैदान में हैं। राजग की ओर से हम प्रत्याशी पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी मैदान में हैं। उधर राजद ने सतीश कुमार दास को उतारा है। मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में बसपा के व्यास मुनी दास शिद्दत से जुटे हैं। वाणावर का समुचित विकास और रोपवे का निर्माण नहीं होना प्रमुख मुद्दा है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दे भी हैं। प्रथम चरण में आज यहां शांतिपूर्ण मतदान हुआ।
यहां से जीतने वाले कई विधायक राज्य सरकार में बने मंत्री
मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र हमेशा से काफी महत्वपूर्ण रहा है। इस विधानसभा क्षेत्र से कई विधायक चुनाव जीतकर मंत्री बने। इनमें प्रमुख रूप से सुखदेव प्रसाद वर्मा, रामाश्रय प्रसाद सिंह, प्रो रामजतन सिन्हा, बागी कुमार वर्मा और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी शामिल हैं। इस वजह से यह सीट हमेशा से सुर्खियों में रहा है। बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा भी यहां चुनावी सभा करने पहुंचे थे।
परिसीमन के बाद भौगोलिक एवं सामाजिक समीकरण बदला
इस विधानसभा का गठन 1952 में हुआ था। वर्ष 2009 के परिसीमन के बाद भौगोलिक एवं सामाजिक बदलाव हुए हैं। पहले मखदुमपुर प्रखंड के अलावा रतनी प्रखंड की नौ पंचायतें थीं। परिसीमन के बाद रतनी की नौ पंचायतें जहानाबाद में चली गईं। उसकी जगह काको की आठ पंचायतों को मखदुमपुर से जोड़ा गया। वर्तमान में मखदुमपुर प्रखंड की 22, मखदुमपुर नगर पंचायत के 22 वार्ड के अलावा काको प्रखंड के दक्षिणी भाग की आठ पंचायतें इस विधानसभा में शामिल हैं।
ऐतिहासिक है विधानसभा क्षेत्र की पहचान
विश्व प्रसिद्ध बाणावर की पहाड़ी इसी विधानसभा क्षेत्र में है। बराबर, मखदुमपुर से नौ किलोमीटर दूरी पर अवस्थित है। यहां मौर्य और गुप्तकालीन गुफाएं हैं।मीरा बिगहा में भी खुदाई के दौरान कई मौर्य व बुद्धकालीन मूर्तियां मिली है।
इन लोगों ने किया प्रतिनिधित्व
1952 रामेश्वर यादव सोशलिस्ट पार्टी
1957 मिथिलेश्वर प्रसाद सिंह कांग्रेस
1962 सुखदेव प्रसाद वर्मा कांग्रेस
1967 लोहाड़ी राम एसएसपी
1969 महावीर चौधरी कांग्रेस
1972 रामस्वरूप राम कांग्रेस
1977 प्रो. रामजतन सिन्हा जनता पार्टी
1980 रामाश्रय प्रसाद सिंह कांग्रेस
1985 प्रो. रामजतन सिन्हा कांग्रेस
1990 प्रो. रामजतन सिन्हा -- कांग्रेस
1995 बागी कुमार वर्मा जदयू
2000 बागी कुमार वर्मा राजद
2005 रामाश्रय प्रसाद सिंह - लोजपा
2005 कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा -राजद
2010 जीतन राम मांझी- जदयू
2015 सुबेदार दास -- राजद
मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता 2 लाख 39 हजार 457
पुरुष मतदाता 1 लाख 25 हजार 457
महिला मतदाता 1 लाख 14 हजार 27