मिथिलांचल की राजनीति में गरमाहट ला रही बगावत की लौ, कुछ पर्दे के पीछे से ही अपनी राजनीतिक पकड़ का एहसास कराने के पक्ष में
Bihar Elections 2020 हायाघाट विधायक अमरनाथ गामी ने छोड़ा जदयू। केवटी विधायक डॉ. फराज फातमी राजद छोड़ जदयू में शामिल। मिथिलांचल की राजनीति समझने वाले बताते हैं कि सिर्फ दो के दल बदलने की बात पूरी नहीं है। बागी कई हैं कुछ का पर्दे पर आना अभी शेष है।
दरभंगा, [ संजय कुमार उपाध्याय]। Bihar Elections 2020 : सियासी कद बढ़ाने की चाह रखनेवाले मिथिलांचल की राजनीति में गरमाहट ला रहे हैं। इस तपिश में बगावती सुर सुने जा रहे। केवटी और हायाघाट विधायक अपनी-अपनी पार्टी से नाता तोड़ दूसरे दल का दामन थाम चुके हैं। मिथिलांचल की राजनीति समझने वाले बताते हैं कि सिर्फ दो के दल बदलने की बात पूरी नहीं है। बागी कई हैं, कुछ का पर्दे पर आना अभी शेष है। इन सबके बीच जनता मौन साध बागी नेताओं द्वारा चलाए जा रहे शब्दभेदी तीरों की धार परख रही है।
केवटी व हायाघाट के विधायक तोड़ चुके पुराने दल से नाता
चुनाव की सुगबुगाहट से ठीक पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी के पुत्र और केवटी से राजद विधायक डॉ. फराज फातमी ने जदयू का दामन थाम लिया। हालांकि, उन्होंने किसी सीट से दावा नहीं किया है। लेकिन, माना जा रहा कि उनके कद के हिसाब से शीर्ष नेतृत्व बेहतर सीट दे सकता है। अभी इसकी चर्चा चल ही रही थी कि हायाघाट विधायक अमरनाथ गामी ने जदयू से बगावत कर राजद की सदस्यता ले ली। अब वे सरकार पर निशाना साध रहे। इस बार जन्मभूमि (दरभंगा-शहर) और कर्मभूमि हायाघाट दोनों ही क्षेत्र पर दावेदारी जता रहे हैं।
कई सीटों पर राजनीति के करवट लेने के आसार
इस चुनाव में कई चेहरे ऐसे हैं जो इस बार पर्दे के पीछे से ही अपनी राजनीतिक पकड़ का एहसास कराने के पक्ष में हैं। जिले की गौड़ाबौराम सीट हॉट मानी जा रही। वर्तमान विधायक मदन सहनी सूबे के मंत्री हैं। ऊपर से महागठबंधन से बगावत कर चुके वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी का गृह क्षेत्र भी है। वर्ष 2015 के चुनाव में उन्होंने दूसरे दल से समन्वय स्थापित कर अपने खास विनोद सहनी उर्फ विनोद बंपर को टिकट दिलवा दिया था। विनोद दूसरे नंबर पर रहे थे। मुकेश इस सीट पर अपनी ओर से आजमाइश की तैयारी में हैं। कारण यह कि इनका पैतृक निवास भी इसी थाना क्षेत्र के बिरौल बाजार में है।
अभी बहुत बात नहीं खुली
बेनीपुर सीट के भी कई दावेदार दोनों गठबंधन के आगे-पीछे कर रहे। हालांकि, यहां के जदयू विधायक सुनील चौधरी नेतृत्व से उम्मीद पाल अपनी तैयारी में लगे हैं। कुशेश्वरस्थान की भी राजनीति बदलाव का संकेत दे रही। बहादुरपुर में राजद के कद्दावर नेता व विधायक भोला यादव के सामने एनडीए मजबूत पत्ता खोलने की तैयारी में है। दरभंगा ग्रामीण में राजद के ललित यादव के सामने मजबूत प्लेयर के उतरने की उम्मीद है। हालांकि, अभी बहुत बात खुली नहीं है। फिर भी टिकटार्थी बगावती सुर में जनता को रिझानेवाला राग अलाप रहे हैं।