Sugauli Election 2020 : पूर्वी चंपारण की इस सीट पर भाजपा के गढ़ में राजद व लोजपा लगा रही सेंध
Bihar Election 2020 एनडीए को साख बचाना मुश्किल साबित हो सकता है। इस सीट से पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री विजय प्रसाद गुप्ता भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद लोजपा का दामन थामते हुए चुनाव मैदान में हैं।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। पूर्वी चंपारण की सुगौली विधानसभा सीट लंबे समय से भाजपा का केंद्र रहा है। हालांकि कभी यह क्षेत्र कांग्रेस व माकपा का माना जाता था। लेकिन भाजपा की जीत का सिलसिला विधायक रामचंद्र सहनी ने शुरू किया, जो अभी तक बरकरार है। इस बार भी रामचंद्र सहनी यहां से वीआइपी से उम्मीदवार हैं। यहां एनडीए की साख बचाना मुश्किल साबित हो सकता है। इस सीट से पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री विजय प्रसाद गुप्ता भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद लोजपा का दामन थामते हुए चुनाव मैदान में हैं।
वहीं 2015 में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके ई.शशिभूषण सिंह राजद से चुनाव मैदान में हैं। वहीं रालोसपा प्रत्याशी संत सिंह कुशवाहा भी चुनाव को रोचक बना रहे हैं। चुनाव मैदान में 15 प्रत्याशी हैं। एक तरफ जहां एनडीए को साख बचाना मुश्किल हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ राजद व रालोसपा प्रत्याशी लड़ाई को त्रिकोणात्मक बनाने में लगे हैं। इस बार भाजपा को यहां निराशा हाथ लगी है, जिसके कारण असंतोष के साथ पार्टी में बिखराव भी दिख रहा है। अखिलेश कुमार मिश्रा भी भाजपा के टिकट के दावेदार थे, पर टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। यहां वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। यहां 57.09 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
2020 के प्रमुख प्रत्याशी
एनडीए : रामचंद्र सहनी (वीआइपी)
महागठबंधन : ई. शशिभूषण सिंह (राजद)
लोजपा : विजय प्रसाद गुप्ता (लोजपा)
रालोसपा : संत सिंह कुशवाहा
निर्दलीय : अखिलेश कुमार मिश्रा उर्फ बबलू मिश्रा
2015 के विजेता उपविजेता और मिले मत
1. रामचंद्र सहनी (भाजपा) : 62384
2. ओमप्रकाश सहनी (राजद) : 54628
2010 विजेता उपविजेता और मिले मत
रामचंद्र सहनी (भाजपा) : 35869
विजय प्रसाद गुप्ता (राजद) : 26642
कुल वोटर : 285138
पुरुष: 152637
महिला: 132486
ट्रांसजेंडर : 15
जीत का गणित
इस सीट से चारों प्रमुख प्रत्याशी अलग-अलग जाति से हैं। यहां मुख्य रूप से एनडीए व राजद के बीच लड़ाई दिख रही है, लेकिन भाजपा से अलग होकर लोजपा से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी लड़ाई को त्रिकोणात्मक बना रहे हैं। एक तरफ सहनी समाज के समर्थन के साथ भाजपा के वोट को आधा मान रामचंद्र सहनी अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राजद व लोजपा उन्हें कड़ी टक्कर दे रही है। हालांकि भाजपा को टिकट नहीं मिलने के बाद कई स्तर पर बिखराव जरूर हुआ है, जिसे रामचंद्र सहनी पाटने में लगे हैं।
प्रमुख मुद्दे
1. सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनाने का मुद्दा : सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनाने का मुद्दा वर्षों से है, पर इसपर कोई पहल नहीं हुई है। इस कारण 20 किमी दूर प्रखंड मुख्यालय में आकर काम कराना मजबूरी है।
2. बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य : यहां बेहतर शिक्षण संस्थान व स्वास्थ्य की सुविधा का अभाव है। पीएचसी को अपग्रेड कर सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। साथ ही डिग्री कॉलेज की स्थापना लोगों की मांग रही है।