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Atri Election 2020ः अतरी विधानसभा में नए चेहरों के बीच होगी कांटे की टक्कर मनोरमा को टक्‍कर देने उतरे अजय

Atri Election News 2020 अतरी विधानसभा में इस बार नए प्रत्‍याशियों को दोनों प्रमुख गठबंधनों ने उम्‍मीदवार बनाया है। जदयू ने अपनी एमएलसी मनोरमा देवी को जबकि राजद ने विधायक पुत्र अजय यादव को खड़ा किया है। वैसे कुल 11 प्रत्‍याशी मैदान में हैं।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 02:12 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 10:43 PM (IST)
Atri Election 2020ः अतरी विधानसभा में नए चेहरों के बीच होगी कांटे की टक्कर मनोरमा को टक्‍कर देने उतरे अजय
जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी और राजद के अजय यादव। जागरण आर्काइव।

गया, कमल नयन: जिले के उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र में अतरी विधानसभा अवस्थित है। यहां से राजद ने नए चेहरे अजय यादव उर्फ रंजीत यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। ये वर्तमान विधायक कुंती देवी के पुत्र हैं। उधर जदयू की विधान पार्षद मनोरमा देवी पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं। उधर, लोजपा से अरविंद कुमार सिंह और रालोसपा से अजय कुमार सिन्हा किस्मत आजमा रहे हैं। यहां कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। अतरी, मोहड़ा, बथानी और खिजरसराय चार प्रखंडों को मिलाकर बने इस विधानसभा में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य आदि प्रमुख मुद्दे हैं। अब जबकि प्रथम चरण में यहां मतदान हो गया। सभी मतगणना का इंतजार कर रहे हैं।

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अतरी विधानसभा सीट पर 1951 में हुआ पहला चुनाव

1951 में पहला चुनाव हुआ था। तब निर्दलीय प्रत्याशी रामेश्वर प्रसाद यादव जीते थे। इसके बाद 1956 और 1962 में कांग्रेस के टिकट पर शिवरत्न सिंह विधायक बने। 1967 के चुनाव में किशोरी प्रसाद निर्दलीय और 1969 में बीजेएस के बाबू लाल सिंह जीते। 1972 में एनसीओ के महेश्वर प्रसाद सिंह जीते। 1988 में जनता पार्टी के टिकट पर मुद्रिका सिंह यहां के विधायक बने। इसके बाद तीन चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। सन 1980 में कांग्रेस के टिकट पर सुरेंद्र प्रसाद जीते। 1985 और 1990 में कांग्रेस के टिकट में रंजीत सिंह निर्वाचित हुए। इसके बाद लगातार तीन चुनावों में राजेंद्र प्रसाद यहां से विधायक चुने गए। 1995 में जनता दल के टिकट पर और उसके बाद 2000 और 2005 (फरवरी) में विधायक निर्वाचित हुए। अक्टूबर 2005 में हुए चुनाव में राजद की कुंती देवी यादव को यहां से जीत नसीब हुई। फिर 2010 में जेडीयू के कृष्ण नंदन यादव जीते। लेकिन 2015 के चुनाव में कुंती देवी यादव ने वापसी करते हुए राजद की टिकट पर विधानसभा पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया।

कब कौन रहे विधायक

1951 रामेश्वर प्रसाद यादव निर्दलीय

1957 शिवरत्न सिंह कांग्रेस

1962 शिवरत्न सिंह कांग्रेस

1967किशोरी प्रसाद निर्दलीय

1969 बाबूलाल सिंह बीजेएस

1972 महेश्वरी प्रसाद सिंह एनसीओ

1977 मुद्रिका सिंह जनता पार्टी

1980 सुरेंद्र प्रसाद कांग्रेस

1985 रंजीत सिंह कांग्रेस

1990 रंजीत सिंह कांग्रेस

1990-        रंजीत सिंह, कांग्रेस  

1995-         राजेंद्र  प्रसाद यादव, जनता दल

2000-        राजेंद्र प्रसाद यादव, आरजेडी    

2005(फरवरी)-     राजेंद्र प्रसाद यादव, आरजेडी

2005(अक्टूबर)-     कुंती देवी, आरजेडी

2010-     कृष्ण नंदन यादव, जदयू

आंकडे में विधानसभा

कुल मतदाता 3.03 लाख

पुरुष मतदाता 1 लाख 55 हजार

महिला मतदाता 1 लाख 46 हजार


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