नीतीश की शराबबंदी योजना पर कांग्रेस नेता अलका लाम्बा का तंज- आगे से बंद, पीछे से घर-घर पहुंचाई जा रही है
लाम्बा ने कहा कि बिहार पुलिस ने अपने रिपोर्ट में माना है हर महीने 100 बेटियों के साथ दुष्कर्म होता ही। उन्होंने भाजपा पर हमेशा दुष्कर्मियों का साथ देने का आरोप भी लगाया। देश की कई घटनाएं इसका उदाहरण हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लाम्बा ने कहा है कि यदि की भी राजनीतिक दल ने किसी दुष्कर्म के आरोपी या उनके रिश्तेदारों को टिकट देकर चुनाव मैदान में भेजा हो तो जनता को उसे वोट नहीं देना चाहिए। लाम्बा शनिवार को पटना में प्रेस से बात कर रही थीं। लाम्बा ने बिहार की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश मे बिहार ऐसा राज्य है जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाएं मतदान करती हैं।
बिहार की महिलाएं शराबबंदी के छलावे में नहीं आएंगी
हालांकि यहां पर समस्या यह है कि बिहार की महिलाएं अपने 15 साल पहले पीछे मुड़ कर देखना नही चाहती हैं। पर उम्मीद का जाती है कि इस बार महिलाएं शराब बंदी के छलावे में नहीं आएंगी। शराब की हकीकत यह है कि आगे से शराब बंद की गई लेकिन पिछले दरवाजे से शराब घर घर पहुंचाई जा रही है। बता दें कि बिहार में मौजूदा सरकार की शराबबंदी योजना पर लगभग हर विपक्ष हमलावर हो रहा है। राजद, कांग्रेस या फिर कोई अन्य पार्टी हो हर पार्टी इसके लिए नीतीश कुमार को कटघरे में खड़े कर रही है। यहीं नहीं इस पर सख्ती से पालन की बात कही जा रही है।
विपक्षी उम्मीदवारों के चयन पर उठाए सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार बालिका गृह कांड के आरोपी को टिकट दे कर उम्मीदवार बनाते हैं । मंजू वर्मा जो समाज कल्याण की मंत्री थी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था पर चुनाव आते ही उन्हें टिकट दिया जाता है। ऐसे उम्मीदवारों को जनता को वोट नहीं देना चाहिए। मंजू वर्मा के संदर्भ नवादा के महागठबंधन प्रत्याशी की पत्नी को टिकट दिए जाने पर वाट ना देने की जनता से अपील की।
बिहार में हर महीने 100 बेटियों के साथ होता है दुष्कर्म
लाम्बा ने कहा कि बिहार पुलिस ने अपने रिपोर्ट में माना है हर महीने 100 बेटियों के साथ दुष्कर्म होता ही। उन्होंने भाजपा पर हमेशा दुष्कर्मियों का साथ देने का आरोप भी लगाया। देश की कई घटनाएं इसका उदाहरण है।
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