Bihar, Darbhanga Election: लोजपा के प्रदेश महासचिव ने थामा राजद का दामन, बहादुरपुर से लड़ेंगे चुनाव
Bihar Darbhanga Electionलंबे समय से लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश महासचिव रहे रमेश कुमार चौधरी उर्फ आरके चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया है। वो बहादुरपुर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार की शाम उन्हें सिंबल दिया।
दरभंगा, जेएनएन। Bihar, Darbhanga Assembly Election 2020 लंबे समय से लोक जनशक्ति पार्टी के लिए काम करनेवाले पार्टी प्रदेश महासचिव रमेश कुमार चौधरी उर्फ आरके चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया है। लोजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ले ली है। सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें राजद का सिंबल देकर चुनावी रणभूमि में उतार दिया है। अब वो बहादुरपुर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि 2015 में आरके चौधरी टिकट पर लोजपा के टिकट पर हायाघाट से चुनाव लड़े थे। इस बार यह सीट भाजपा को चली गई है। ऐसे में उन्होंने राजनीति में पल-पल बदल रहे समीकरणों के बीच राजद का दामन थाम लिया है।
सिंबल लेने के वक्त उनके साथ राजद के दिग्गज नेता सह बहादुरपुर के वर्तमान विधायक भोला यादव, दरभंगा ग्रामीण के ललित कुमार यादव भी मौजूद रहे। टिकट मिलने के बाद श्री चौधरी ने लोजपा छोड़ने के सवाल पर कहा कि यह बदलाव आत्मसम्मान की रक्षा के लिए है। समाज के वंचित, दबे-कुचले लोगों की आवाज बुलंद करने के लिए है। हमने अपने जीवन में एक लक्ष्य तय किया कि लोगों की सेवा करेंगे। इस दिशा में सालों से काम कर रहे हैं। हमने दल इस कारण से बदला ताकि जिन लोगों की आवाज अबतक गांव की गलियों में दबकर रह जाती थी, वह आवाज विधानसभा में गूंजे। जिस तरह से मुझपर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और अन्य ने भरोसा जताया है, ऐसे में मेरा हर कदम विकास के लिए होगा।
हायाघाट जाएंगे भोला यादव, अमरनाथ गामी शहर से लड़ेंगे चुनाव
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक बहादुरपुर के विधायक भोला यादव अब हायाघाट से चुनाव लड़ेंगे। जदयू छोड़कर राजद में आए हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी दरभंगा शहर से चुनाव लड़ेंगे। वहीं राजद के अन्य दिग्गज नेता अलीनगर के विधायक अब्दुलबारी सिद्दिकी का चुनाव क्षेत्र बदल सकता है। इन सबके बीच आरके चौधरी के बहादुरपुर, भोला यादव के हायाघाट और गामी के दरभंगा शहर से चुनाव लड़ने की बात के बाद जिले का राजनीतिक तापमान गरमा गया है। लोग इस बार के चुनावी रणभूमि को बेहद गंभीरता से देख रहे हैं। -