Bihar Election 2020 : मुजफ्फरपुर में चुनाव पूर्व समीकरण में भाजपा के मुकाबले जदयू को सीटों का फायदा, हालांकि उसकी सभी सीटें बदलीं
Bihar Muzaffarpur Election 2020 गठबंधन की तस्वीर पूरी तरह से साफ होने के बाद मुजफ्फरपुर में जदयू वर्ष 2015 के मुकाबले बढ़त की स्थिति में है। जबकि भाजपा के सीटों की संख्या कम हुई है। हालांकि पिछला चुनाव भाजपा और जदयू ने अलग-अलग गठबंधन के तहत लड़ा था।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar, Muzaffarpur Election 2020 : एनडीए और महागठबंधन में सीटों के बंटवारे की तस्वीर अब पूरी तरह से साफ हो चुकी है। मंगलवार की शाम एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर बना गतिरोध भी आखिरकार खत्म हो गया। इसके साथ ही मुजफ्फरपुुर में भी स्थिति स्पष्ट हो गई। तय फार्मूले के अनुसार भाजपा यहां सात सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेगी तो जदयू चार। मुजफ्फरपुर नगर, कुढ़नी, साहेबगंज, बोचहां, औराई, बरूराज व पारू से भाजपा के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। वहीं कांटी, मीनापुर, गायघाट और सकरा से जदयू के प्रत्याशी। यूं तो हम और वीआइपी भी एनडीए के घटक दल के रूप में साथ में चुनाव लड़ रहे लेकिन, अभी तक की स्थिति के अनुसार उन्हें मुजफ्फरपुर में सीटें नहीं मिलने जा रहीं।
वर्ष 2015 के मुकाबले इस बार के सीटों के बंटबारे को देखा जाए तो जदयू ने चुनाव से पहले ही बढ़त हासिल कर ली है। पिछली बार उसे राजद के साथ मुजफ्फरपुर नगर, बोचहां और कुढ़नी की सीट मिली थी। इस बार उन्हें चार सीटें मिलीं। हालांकि यह बात भी है कि इस बार की सभी सीटें पिछले चुनाव की तुलना में अलग हैं। यूं तो उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा अभी नहीं की गई है लेकिन, ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा अपने सीटिंग विधायकों के साथ ही चुनाव मैदान में जा रही है। इस तरह से मुजफ्फरपुर नगर, कुढ़नी और पारू से वर्तमान विधायक ही मैदान में होंगे। बोचहां की निर्दल विधायक बेबी कुमारी वर्तमान में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। ऐसे में उनको भी कंफर्म मानकर ही चला जा रहा है। जहां जदयू के दावेदारों का सवाल है तो कांटी के निर्दल विधायक जदयू में शामिल हो गए हैं और सकरा से अपनी दावेदारी पेश कर रहे। उसी तरह से गायघाट के वर्तमान विधायक राजद से जदयू में आ गए हैं। अब कांटी और मीनापुर पर सबकी नजर है।