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JahanabadAssemblyElectionNews: जहानाबाद से भाजपा बाहर, चार दशक से नहीं खिला कमल

विधानसभा चुनाव में जहानाबाद में चार दशक से कमल नहीं खिला है। 2020 के चुनाव में भी ऐसा ही होगा क्योंकि भाजपा का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं हैं। घोसी विधानसभा से जदयू प्रत्याशी राहुल कुमार तथा महागठबंधन से भाकपा माले के प्रत्याशी रामबली समेत 12 प्रत्याशी हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 10:06 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 10:06 PM (IST)
JahanabadAssemblyElectionNews: जहानाबाद से भाजपा बाहर, चार दशक से नहीं खिला कमल
जहानाबाद से इसबार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है।

मदन शर्मा, जहानाबाद। विधानसभा चुनाव में जहानाबाद में चार दशक से कमल नहीं खिला है। 2020 के चुनाव में भी ऐसा ही होगा, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है। इस चुनाव के लिए जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के जदयू प्रत्याशी व राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, महागठबंधन के राजद प्रत्याशी कुमार कृष्णमोहन उर्फ सुदय यादव तथा लोजपा प्रत्याशी इंदु कश्यप समेत 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इधर, घोसी विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी राहुल कुमार तथा महागठबंधन से भाकपा माले के प्रत्याशी रामबली सिंह यादव समेत 12 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं।

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मखदुमपुर 10 उम्मीदवार मुकाबले में

मखदुमपुर विधानसभा की बात की जाए तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी एनडीए के हम से, राजद प्रत्याशी सतीश कुमार समेत 10 उम्मीदवार मुकाबले में हैं। 

1980 में घोसी में खिला था कमल

इतिहास पर नजर डालें तो एकमात्र घोसी विधानसभा क्षेत्र में ही कमल खिला था वह भी वर्ष 1980 के चुनाव में। डॉ जगदीश शर्मा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और कामयाब हुए थे। 1985 तथा 90 में मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र से भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में तिलकदेव शर्मा चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।

2005 के बाद भाजपा ने नहीं खड़ा किया प्रत्याशी

1995 में घोसी विधानसभा क्षेत्र से पूर्णिमा देवी तथा मखदु़मपुर से कृष्णकांत शर्मा भी मैदान में उतरे थे। उनके हाथ भी खाली रहे। इधर, 2005 में भी जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से राधामोहन शर्मा चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें भी सफलता नहीं मिली थी। वर्ष 2005 के बाद किसी भी चुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया। गठबंधन में शामिल दूसरे दलों को यह सीट मिल जाने के कारण भाजपा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतर पाते हैं।

इसबार तीन चरणों में चुनाव

कोरोना वायरस की वजह से इसबार बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होगा। कुल 243 सीटों के लिए पहले फेज में वोट 28 अक्टूबर को डाले जाएंगे। इसके बाद दूसरे चरण में तीन नवंबर तो तीसरे में सात नवंबर को मतदान होगा। चुनाव का परिणाम 10 नवंबर को घोषित कर दिया जाएगा। 


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