क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध प्रत्याशी को वोट देने का निर्णय
लोकतंत्र के महापर्व में कर्मठ प्रत्याशी ही ग्रामीणों की पहली पसंद होंगे। चुनाव में आने वाले मौकापरस्त उम्मीदवारों का ग्रामीण भी झूठा दिलासा देकर स्वागत करेंगे। मतदाताओं का कहना है कि ऐसे प्रत्याशी को वोट देंगे जो क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हो।
बगहा । लोकतंत्र के महापर्व में कर्मठ प्रत्याशी ही ग्रामीणों की पहली पसंद होंगे। चुनाव में आने वाले मौकापरस्त उम्मीदवारों का ग्रामीण भी झूठा दिलासा देकर स्वागत करेंगे। मतदाताओं का कहना है कि ऐसे प्रत्याशी को वोट देंगे जो क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हो। बुधवार को बकवा चौक के निकट चौपाल का आयोजन हुआ। जिसमें चुनावी चर्चा छिड़ी तो रामनगर विधानसभा क्षेत्र के घोषित प्रत्याशियों की कार्यशैली पर मंथन शुरू हो गया। वक्ताओं ने कहा कि चुनाव के दौरान कई प्रत्याशी लुभावने वादों से मतदाता को भ्रमित करने का जीतोड़ प्रयास करेंगे। प्रत्याशियों के साथ उनके समर्थकों का काफिला होगा। जो हमेशा उनके जीत का समीकरण बढ़ाने में जुटा है। चौपाल को संबोधित करते हुए बकवा के गुमस्ता जयश्री पासवान ने कहा कि सरकार के गठन के लिए चुनावी मैदान में कई दल एक साथ गठबंधन करके दंगल में उतरे हैं। चुनाव पूर्व जनता को भ्रमित करने के लिए बड़े वादे भी किये हैं। परंतु हमें खूब सोच विचार कर विधायक चुनना है। मो. जहांगीर अंसारी ने कहा कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों का अभाव है। अस्पताल तो बन गया,परंतु चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो सकी। अब ग्रामीणों की बारी है कि अपनी पसंद के कर्मठ व जनता के हित की सोच रखने वाले प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करें।
सरपंच हरदेव महतो ने कहा कि सरकार गठन करने के लिए बेहतर पार्टी भी रहनी चाहिए। क्षेत्र के गांवों में सिचाई की समस्या सबसे बड़ी है। एक अव्वल प्रत्याशी अकेले सरकार नहीं बना सकता है, इसके लिए पार्टी को प्राथमिकता देने जरूरी है।
जवाहिर शर्मा ने कहा कि समय के बदलने के साथ व्यक्ति की सोच भी बदल रही है। सरकार ने नलजल व स्वच्छ पेयजल का प्रयास किया। परंतु अभी भी बहुत से गांवों से संवेदक अपनी जेब भरकर चले गए। परंतु अब कोई देखने वाला नहीं है।
पूर्व बीडीसी रामलखन राम ने कहा कि क्षेत्र का प्रत्याशी रहने पर कभी भी उससे मिलकर अपनी समस्याएं बता सकते हैं। कई बार ऐसा हुआ है,की जीत के बाद विधायक जी का दर्शन भी दुर्लभ हो जाता है।
इमरान अली ने कहा कि प्रत्याशी के चुनाव में सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसा प्रत्याशी नही हो जो जीतकर जाने के बाद कुछ खास लोगों से घिरा रह जाय।
देवानंद साह साह ने कहा कि परिवर्तन भी आवश्यक होता है। मुझे खुशी है कि इसबार ज्यादातर नए चेहरे दिखाई पड़ रहे हैं। इससे क्षेत्र का समुचित विकास की संभावना बनेगी।
राघव पासवान कहते हैं कि प्रत्याशी ऐसा हो जो सबको पहचान सके।अक्सर ऐसा होता है कि जीतकर जाने के बाद विधायक जी जनता को ठीक तरह से पहचान भी नहीं सकते ।