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चुनावी चर्चा करते बूथों तक बढ़ रहे थे कदम

सजौर इलाके के मध्य विद्यालय रतनगंज बूथ 322 और 323 के बाहर सुबह के करीब साढ़े नौ बजे लोगों की टोलियां दूरी-दूरी पर बैठी थीं। तभी वृद्धों का एक समूह चुनावी चर्चा करते हुए परिसर के बाहर बैठे हुए टोली के पास पहुंचा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 08:18 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 08:18 PM (IST)
चुनावी चर्चा करते बूथों तक बढ़ रहे थे कदम
चुनावी चर्चा करते बूथों तक बढ़ रहे थे कदम

सुल्तानगंज [बलराम मिश्र]।

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सजौर इलाके के मध्य विद्यालय रतनगंज बूथ 322 और 323 के बाहर सुबह के करीब साढ़े नौ बजे लोगों की टोलियां दूरी-दूरी पर बैठी थीं। उनके पास कुछ सूची थी, जिसमें वे वहां आने वाले लोगों का नाम ढूंढने में मशगूल थे। तभी वृद्धों का एक समूह चुनावी चर्चा करते हुए परिसर के बाहर बैठे हुए टोली के पास पहुंचा। ग्रामीण तारणी प्रसाद समेत अन्य लोगों ने जमीन पर बैठे एक व्यक्ति को पर्ची बढ़ाई और नाम ढूंढने को कहा। तुरंत ही उन लोगों का नाम देखकर उन्हें पर्ची वापस कर दिया गया। वृद्धों का समूह पर्ची लेकर परिसर के अंदर बढ़ा, लेकिन उन्हें मुख्य गेट पर ही एके-47 लिए जवान ने रोक लिया।

जवानों ने उनमें से कुछ लोगों को बिना मास्क देख टोका था। उन्हें कहा कि बाबा आप लोग पहले मास्क लगा लें, फिर अंदर जाकर वोटिंग करिएगा। जिन लोगों के पास मास्क नहीं था, उन्होंने आव ना देखा ताव, कंधे पर रखे गमछे को ही मुंह पर लपेटा और जवानों को कहा, लो हो गया मास्क। यह देख हथियार से लैस जवानों के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई। इसके बाद उन्होंने वृद्धों को अंदर जाने का इशारा किया। वृद्धों का समूह मतदान केंद्र में प्रवेश करते ही लाइन में खड़ा हो गया, लेकिन फिर अंदर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें थर्मल स्कैनिंग के लिए आशा कार्यकर्ताओं के बीच भेजा। एतना झंझट में केना वोट देबै

मतदान केंद्र पर गोल घेरा, थर्मल स्कैनिंग आदि देख ग्रामीण तारणी प्रसाद बड़बड़ाए 'ई बार एतना झंझट में केना वोट देबै।' तभी एक बिहार पुलिस के जवान ने उन्हें कहा 'बाबा ई सब व्यवस्था तोरे सिनी वास्ते छौं, संक्रमण से बचाय क वोटिंग कराय वास्ता सरकार ने व्यवस्था करलौ छै' यह सुन तारणी दास मुस्कान के साथ अपने समूह के साथ पर्ची लिए मतदानकर्मियों के पास जरूरी प्रक्रिया के पास पहुंच गए। उन्होंने प्रक्रिया पूरी करने के बाद वोटिंग की। इसके बाद बाहर निकलकर अपने समूह का इंतजार किया। फिर सभी साथ हो लिए। बाहर निकलने से पहले हथियारबंद जवानों ने फिर उनका हालचाल लिया और पूछा बाबा वोटिंग कर दिए न, किसी तरह की दिक्कत तो नहीं आई। तारणी ने बिना कुछ कहे हाथ हिलाते हुए उन्हें ठीक से वोटिंग का इशारा किया।


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