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Bihar Election 2020:... तो क्या मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद और वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी की अदावत में बली का बकरा बनीं बोचहां विधायक? जानिए

Bihar Election 2020 सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी के बारे में भाजपा सांसद ने कहा था कि वे हवा-हवाई नेता हैं। वो चाहते हैं कि हवाई जहाज से आकर पद ले लें। लोकसभा चुनाव में उनको तो पता चल ही गया। तीन सीटों पर लड़े और रिकॉर्ड वोट से हारे।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 11:07 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 07:33 AM (IST)
Bihar Election 2020:... तो क्या मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद और वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी की अदावत में बली का बकरा बनीं बोचहां विधायक? जानिए
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अजय निषाद को पता नहीं था कि मुकेश सहनी की पार्टी एनडीए का हिस्सा बनने वाली है।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar Election 2020 : यूं तो बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Elections 2020)ने राज्य के हर जिले में राजनीति के विविध रंग दिखाए हैं लेकिन, मुजफ्फरपुर की राजनीति का रंग कुछ अधिक ही चोखा नजर आ रहा। एनडीए (NDA)से टिकट कटने के बाद बोचहां (Bochhan) विधानसभा सीट से विधायक बेबी कुमारी ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। इसमें उन्होंने एक साथ कई सच को सामने रखा। उसके बाद यह कयास सच साबित हुआ कि खुद को निषाद समाज का बड़ा नेता साबित करने के लिए जारी वर्चस्व की लड़ाई में बेबी कुमारी बली का बकरा बन गईं।

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दरअसल, मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद और वीआइपी सुप्रीमो सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी के बीच खुद को समाज का बड़ा नेता साबित करने की एक अघोषित होड़ है। इसमें मौका मिलने पर कोई भी नेता एक-दूसरे पर हमलावर होने से नहीं चूकता है। इसे समझने के लिए मकेश सहनी के एनडीए का हिस्सा होने से पहले के उनके खिलाफ अजय निषाद के बयान पर गौर करना जरूरी है। उस समय उन्होंने कहा था कि मुकेश सहनी जमीन पर कहीं नहीं हैं।

एक हवा-हवाई नेता

सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी के बारे में भाजपा सांसद ने कहा था कि वे हवा-हवाई नेता हैं। जमीन पर कहीं नहीं हैं। वो चाहते हैं कि हवाई जहाज से आकर पद ले लें। लोकसभा चुनाव में उनको तो पता चल ही गया। तीन सीटों पर लड़े और तीनों पर रिकॉर्ड वोट से हारे। इसलिए उनकी समाज में कोई पकड़ नहीं है । वे चाहते हैं कि हवा -बयार देकर हर दल में ज्यादा से ज्यादा सीट लें।

उस समय शायद भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय निषाद को यह पता नहीं था कि मुकेश सहनी की पार्टी एनडीए का हिस्सा बनने वाली है। लेकिन, अपने संवाददाता सम्मेलन में बेबी कुमारी ने जो आरोप लगाया उस पर गौर किया जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि मुकेश सहनी ने बेबी कुमारी को इसलिए टिकट नहीं दिया क्योंकि वह अजय निषाद की करीबी मानी जाती हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने मुकेश सहनी के प्रत्याशी की जगह अजय निषाद के लिए काम किया था। जिसकी वजह से बोचहां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के अजय निषाद महागठबंधन प्रत्याशी से आगे रहे थे। इस तरह एक खास समाज का सबसे बड़ा नेता बनने की दो नेताओं की अदावत में बेबी कुमारी को टिकट से हाथ धोना पड़ा।


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