Move to Jagran APP

Bihar Election 2020: सीतामढ़ी में ढहा कांग्रेस का कुनबा, जिलाध्यक्ष ने पार्टी से तोड़ा 40 साल का नाता, थामा जदयू का दामन

Sitamarhi Congress president Vimal Shukla joined JDU 9 वर्षों से जिलाध्यक्ष की कुर्सी संभाल रहे थे विमल शुक्ला। सीतामढ़ी से टिकट नहीं मिलने से छोड़ी पार्टी। शुक्ला के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता व शिवहर जिला कांग्रेस के प्रभारी आदित्य मिश्रा भी जदयू में शामिल।

By Murari KumarEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 08:27 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 08:27 PM (IST)
Bihar Election 2020: सीतामढ़ी में ढहा कांग्रेस का कुनबा, जिलाध्यक्ष ने पार्टी से तोड़ा 40 साल का नाता, थामा जदयू का दामन
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायाण सिंह के समक्ष जदयू की सदस्यता ग्रहण करते सीतामढ़ी कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला

सीतामढ़ी, जेएनएन। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के दौर के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सीतामढ़ी जिला कांग्रेस के अध्यक्ष विमल शुक्ला ने पार्टी से विगत 40 साल का नाता तोड़ लिया है। पिछले 9 वर्षों से जिलाध्यक्ष की कुर्सी संभाल रहे शुक्ला ने जदयू का दामन थामकर कांग्रेस को टाटा-बाय-बाय कह दिया है। उन्होंने पटना में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। शुक्ला के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता व शिवहर जिला कांग्रेस के प्रभारी आदित्य मिश्रा ने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की। जिलाध्यक्ष शुक्ला जिले के सुरसंड या सीतामढ़ी से विधानसभा चुनाव में  टिकट चाह रहे थे मगर पार्टी ने अनसुना कर दिया।

loksabha election banner

 प्रेस को जारी बयान में शुक्ला ने कहा है कि बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल जिस तरह से बिहार में बदनाम राजद के नेतृत्व के समक्ष मोटी रकम लेकर पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया है उससे बिहार में कांग्रेस रसातल में पहुंच गई है। इससे आहत हूं और पार्टी में बने रहना अंतररात्मा को मंजूर नहीं हो रहा था। शुक्ला ने दावा किया कि एकसाथ कई प्रखंडों के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी भी उनके इस्तीफे की घोषणा के बाद पार्टी छोड़ने वाले हैं। कहा कि 19 अक्टूबर को सीतामढ़ी जिले के एक खाद्यान्न माफिया के इशारे पर मुझे विधानसभा चुनाव तक बिहार से बाहर भेजने की साजिश की गई।

 सीतामढ़ी से बाहर रखने के इरादे से मुझे हवाई टिकट भेजवाकर हरियाणा भेजने का प्रयास किया जा रहा था। यह सब देखकर मैंने अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों से राय-मशविरा करके पार्टी से अलग रहने का फैसला किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार का भला हो सकता है। उनके नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, सांसद ललन सिंह, विधान पार्षद देवेशचंद्र ठाकुर, सांसद सुनील कुमार पिंटू के सानिध्य में रहकर जदयू के साथ कार्य करने का मौका पाकर प्रसन्न हूं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.