Bihar Vidhan Sabha Election 2020 : स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए ग्रामीण चिकित्सकों को दुरुस्त करना जरूरी
Óनीतीश तक सिमटी लड़ाई लाओ बनाम हटाओÓ विषय पर दैनिक जागरण का पैनल डिस्कसन खगडिय़ा में आयोजित किया गया। पैनल डिस्कसन में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ताओं बुद्धिजीवियों ने गंभीर विचार-विमर्श किया। अपनी बातों को सारगर्भित ढंग से सामने रखा।
खगडिय़ा, जेएनएन। परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के गोगरी कस्बा में दैनिक जागरण की ओर से पैनल डिस्कसन का आयोजन किया गया। विषय था- Óनीतीश तक सिमटी लड़ाई, लाओ बनाम हटाओ।Ó इस विषय पर पैनल डिस्कसन में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों ने गंभीर विचार-विमर्श किया। अपनी बातों को सारगर्भित ढंग से सामने रखा। पैनल डिस्कसन का संचालन दीपक उपाध्याय कर रहे थे।डिस्कसन में भाग लेते हुए डॉ. मनोज पासवान ने कहा कि बीते 15 वर्षों से बिहार की राजनीति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इर्द-गिर्द घूम रही है। उन्हें गद्दी से हटाने अथवा लाने, की राजनीति होती है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। परंतु,
नीतीश सरकार ने ग्रामीण चिकित्सकों के लिए कुछ नहीं किया। ग्रामीण चिकित्सक ग्रामीण चिकित्सा की रीढ़ है। उन्हें प्रशिक्षित कर स्वास्थ्य सेवा को बेहतर किया जा सकता है।
गोगरी के सुनील कुमार ने कहा कि नीतीश सरकार ने काम अच्छा किया है। लेकिन कुछ क्षेत्र में कमियां है। जिसको पूरा करना चाहिए था। शराबबंदी अच्छा कदम है।
बड़ी बौरना के मु. शाहबुद्दीन ने कहा कि नीतीश सरकार जनता की सेवा करने में फेल हो गई। आज मक्का किसान खून के आंसू रो रहे हैं। कृषि क्षेत्र में कोई खास काम नहीं हुआ है। इस चुनाव में किसान सशक्त भूमिका निभाएंगे।
बड़ी मालिया निवासी संजय कुमार ने कहा कि नीतीश सरकार ने हरेक क्षेत्र में अच्छा काम किया है। नल जल योजना से लोगों को शुद्ध पानी मिल रहा है। हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में कुछ कमियां आई है। जिसमें सुधार की जरूरत है। लेकिन मुद्दा नीतीश लाओ ही है।
सौरभ कुमार ने कहा कि युवाओं के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया। शराबबंदी एक अच्छा कदम है। लेकिन चोरी-छुपे शराब की बिक्री हो रही है। इससे रोकने में नीतीश सरकार विफल साबित हुई है। वैसे कोरोना में सरकार ने अच्छा कदम उठाया।
गोगरी कस्बा के मु. शमशुल होदा ने कहा कि हम सभी व्यवसायियों के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया है। उल्टे व्यवसायियों की परेशानी बढ़ा दी है। किसान त्राहिमाम है। सड़क की स्थिति बदहाल है। अस्पताल बदहाल है।