Manjhi Election 2020: किसकी नैया पार लगाएगा मांझी, मैदान में डटे हैं 16 उम्मीदवार, 55 फीसद हुआ मतदान
Manjhi Election News 2020 मांझी विधानसभा सीट पर 16 प्रत्याशी मैदान में डटे हैं। महागठबंधन से भाकपा माले जबकि जबकि राजग से जदयू की माधवी सिंह किस्मत आजमा रही हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यहां से निर्वाचित घोषित किए गए थे।
जेएनएन, छपरा। मांझी विधानसभा सीट महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में आती है। यहां 1952 में हुए पहले चुनाव में स्वतंत्रता सेनानी पंडित गिरीश तिवारी विधायक चुने गए थे। पिछले चुनाव में कांग्रेस के विजय शंकर दुबे यहां से विधायक चुने गए थे। बदले समीकरण में इस बार महागठबंधन से यह सीट भाकपा माले को चली गई है। माले ने डॉ.सत्येंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है। इधर जदयू ने माधवी सिंह को मैदान में खड़ा किया है। वहीं लोजपा से सौरभ कुमार पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं। मांझी विधानसभा सीट पर कुल 16 प्रत्याशी मैदान में हैं। मंगलवार को इस विधानसभा में 55 फीसद मतदान हुआ।
प्रमुख प्रत्याशी :
माधवी सिंह- जदयू
डॉ. सत्येंद्र यादव -भाकपा माले
सौरभ कुमार पांडेय - लोजपा
राणा प्रताप सिंह - निर्दलीय
मुख्य मुद्दे :
1. पंप नहर परियोजना : सिंचाई के लिए ताजपुर में 58 करोड़ की लागत से पंप नहर परियोजना का शुभांरभ किया था। लेकिन यह योजना जमीनी स्तर पर नहीं उतर सकी। यहां के किसानों को सिंचाई के लिए पंपिंग सेट एवं वर्षा जल पर निर्भर रहना पड़ता है।
2. कटाव : मांझी में सरयु नदी के कटाव के कारण कृषि योग्य भूमि नदी के गर्भ में शमा रही है। जिसे रोकरने के लिए सरयु -गंगा तटबंध योजना प्रस्तावित था। ताकि यहां के लोगों की कटाव की समस्या को दूर किया जा सके। लेकिन यह योजना भी खटाई में पड़ गई है। प्रत्येक साल कटाव से कृषि योग्य भूमि कम हो रही है।
3. जर्जर सड़क : जलालपुर, मांझी एवं बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के कई सड़कें उद्धारक का इंतजार कर रही हैं। मांझी-सोनवर्षा बंगरा जैतपुर दाउदपुर रोड वर्षों से जर्जर है। इसके अलावा एनएच 101 पर जलालपुर बाजार से चतरा एवं सम्होता होकर नयका बाजार पर एनएच 533 को जोडऩें वाली प्रमुख सड़क पर कई जगह क्षतिग्रस्त है।
कब किसने मारी बाजी, कौन हारे
2005 - महेंद्र नारायण सरदार, राजद - विश्वमोहन भारती, जदयू
2010 - गौतम सिंह जदयू - हेम नारायण सिंह, राजद
2015 - विजय शंकर दूबे, कांग्रेस - केशव सिंह, लोजपा