Gaya Election 2020: गया में राजद की परीक्षा, Ex CM जीतन राम मांझी की किस्मत भी दांव पर
Gaya Election News 2020 पिछले चुनाव में सबसे अधिक चार सीटों पर जीता था राजद भाजपा व जदयू के पास दो-दो जबकि हम और कांग्रेस को एक-एक सीट। इस बार पांच सीटों पर लोजपा ने फंसाया पेच। पढि़ए पहले चरण में गया की दस सीटों का पूरा गणित ।
पटना/ गया, कमल नयन। Bihar, Gaya Election 2020: पहले चरण में गया की दस सीटों पर 28 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। फिलहाल इन 10 में सबसे अधिक चार सीटें राजद के खाते में है। इस बार राजद अपने सात उम्मीदवार उतार रहा है, जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। दूसरी तरफ, भाजपा और जदयू ने पिछले चुनाव में तीन-तीन सीटें जीती थीं, इस बार भाजपा चार जबकि जदयू तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहा। एनडीए की सहयोगी हम भी तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
सभी सीटों पर घमासान मचा है। तमाम दावे किए जा रहे हैं, लेकिन वोटर खामोश हैं। हालांकि कहीं-कहीं जातीय गोलबंदी का असर जरूर दिख रहा है। कहीं आमने-सामने की जोरदार टक्कर दिख रही है तो कहीं त्रिकोणीय और बहुपक्षीय। कुल 172 उम्मीदवारों की एक लंबी फेहरिस्त है। जिले में तीन सीटें सुरक्षित हैं। इनमें इमामगंज, बोधगया और बाराचट्टी विधानसभा हैं।
इमामगंज में मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में प्रचार कार्य दबे पांव से हो रहा है। उम्मीदवार और उनके समर्थक शाम ढलते ही अपने कार्यालय लौट जाना पसंद कर रहे हैं। यह क्षेत्र जिले की वीआइपी सीट है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी के बीच मुकाबला है। पिछली बार भी इन्हीं दोनों के बीच मुकाबला था जिसमें मांझी बीस पड़े थे। इस सीट से कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लोजपा की कुमारी शोभा सिन्हा लड़ाई का तीसरा कोण बना रही है। मतदान समाप्ति के बाद सभी प्रत्याशी खुद आकलन करने में जुट गए हैं।
इमामगंज सुरक्षित : 10 प्रत्याशी
हम : जीतनराम मांझी
राजद : उदय नारायण चौधरी
लोजपा: कुमारी शोभा सिन्हा
बोधगया में भाजपा ने बदला उम्मीदवार
बोधगया सुरक्षित सीट पर कुल 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, मगर टक्कर काफी हद तक सीधी है। इस बार के चुनाव में भाजपा ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। 2015 में भाजपा प्रत्याशी श्यामदेव पासवान चुनाव हार गए थे। उनकी जगह भाजपा ने इस बार पूर्व सांसद हरि मांझी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि राजद से कुमार सर्वजीत मैदान में हैं। कुमार सर्वजीत निवर्तमान विधायक हैं। वे इससे पहले भी उपचुनाव जीत चुके हैं।
बोधगया : 17 प्रत्याशी
भाजपा-हरि मांझी
राजद-कुमार सर्वजीत
बाराचट्टी में पूर्व सीएम की समधन और सांसद की बहन सामने-सामने
जिले की सुरक्षित बाराचट्टी विधानसभा सीट से 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें राजग की ओर से हम ने ज्योति देवी को उम्मीदवार बनाया है। वह पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की समधन हैं। वहीं महागठबंधन की ओर से राजद की निवर्तमान विधायक समता देवी मुकाबले में हैं। समता देवी जदयू सांसद विजय कुमार मांझी की बहन हैं।
बाराचट्टी : 13 प्रत्याशी
हम : ज्योति देवी
राजद : समता देवी
गया शहरी में राजग-महागठबंधन की सीधी टक्कर
गया शहरी क्षेत्र में राजग और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। करीब 30 वर्षों से यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे बिहार सरकार के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार भाजपा के प्रत्याशी हैं। इनका मुकाबला कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव से माना जा रहा है। शहरी क्षेत्र के 27 उम्मीदवार मैदान में हैं, जो अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। यहां जातीय गोलबंदी भी दिख रही है। कहीं-कहीं नाराजगी भी उभरकर सामने आ रही है।
गया शहरी : 27 प्रत्याशी
भाजपा : डॉ. प्रेम कुमार
कांग्रेस : अखौरी ओंकार नाथ श्रीवास्तव
टिकारी में होगा त्रिकोणीय मुकाबला
टिकारी विधानसभा सीट से कुल 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। हालांकि यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। हम के अनिल कुमार, कांग्रेस के सुमंत कुमार और लोजपा के कमलेश शर्मा के बीच मुख्य मुकाबले के आसार हैं। यहां जाति के आधार पर वोट का बिखराव हो सकता है। जदयू ने अपनी परंपरागत सीट इस बार हम को सौंप दी है। यहां से अनिल कुमार हैट्रिक लगा चुके हैं। हालांकि पिछले चुनाव में बगावत कर हम में गए तो हार का सामना करना पड़ा।
टिकारी : 25 प्रत्याशी
हम : अनिल कुमार
कांग्रेस : सुमंत कुमार
लोजपा : कमलेश शर्मा
वजीरगंज में पिता की जगह पुत्र से होगा मुकाबला
वजीरगंज में कांग्रेस विधायक अवधेश कुमार ङ्क्षसह के पुत्र डॉ. शशि शेखर को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने पुराने सिपाही वीरेंद्र सिंह को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। वीरेंद्र 2010 में भाजपा के विधायक रहे हैं। 2015 में वह अवधेश सिंह से चुनाव हार गए थे। इस बार उनका मुकाबला पिता की जगह पुत्र से होगा।
वजीरगंज : 22 प्रत्याशी
भाजपा : वीरेंद्र सिंह
कांग्रेस : डॉ. शशिशेखर
बेलागंज में मजबूत किले को भेदने की चुनौती
बेलागंज में करीब तीन दशक से डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव काबिज हैं। पहले दो बार जनता दल और उसके बाद से लगातार राजद के टिकट पर निर्वाचित होते आए हैं। ऐसे में जदयू ने युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुशवाहा को मैदान में उतारा है। वैसे लोजपा ने यहां से रामाश्रय शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
बेलागंज : 13 प्रत्याशी
राजद-डॉ. सुरेंद्र यादव
जदयू-अभय कुशवाहा
लोजपा-रामाश्रय शर्मा
गुरुआ में 23 प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत
गुरुआ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने निवर्तमान विधायक राजीव नंदन को चुनाव में उतारा है। उधर, राजद के विनय कुमार यादव पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे है। इनके अतिरिक्त कुल 23 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
गुरुआ : 23 प्रत्याशी
भाजपा : राजीव नंदन
राजद : विनय कुमार यादव
शेरघाटी में राजग और महागठबंधन में सीधा मुकाबला
शेरघाटी में भी मुकाबला जदयू व राजद के बीच है। निवर्तमान जदयू विधायक विनोद प्रसाद यादव फिर से मुकाबले में हैं। राजद की ओर से मंजू अग्रवाल और लोजपा के मुकेश कुमार यादव भी उम्मीदवार हैं। ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं। जन अधिकार पार्टी के उम्मैर खां भी ताल ठोक रहे हैं।
शेरघाटी : 11 प्रत्याशी
जदयू : विनोद प्रसाद यादव
राजद : मंजू अग्रवाल
लोजपा : मुकेश यादव
अतरी में रोचक होगी लड़ाई
अतरी विधानसभा क्षेत्र से जदयू की विधान पार्षद मनोरमा देवी राजग प्रत्याशी हैं। वहीं राजद ने नया चेहरा अजय यादव उर्फ रंजीत यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। ये विधायक कुंती देवी के पुत्र हैं। एक तरह से दोनों क्षेत्र के लिए नया चेहरा हैं। इधर, लोजपा से अरङ्क्षवद कुमार सिंह किस्मत आजमा रहे हैं।
अतरी : 11 प्रत्याशी
जदयू : मनोरमा देवी
राजद : अजय यादव
लोजपा : अरविंद कुमार सिंह
2015 का परिणाम
भाजपा : गया टाउन व गुरुआ
जदयू : शेरघाटी व टिकारी
हम : इमामगंज
कांग्रेस : वजीरगंज
राजद : बेलागंज, बोधगया, बाराचट्टी व अतरी
2020 में दल लड़ रहे चुनाव
भाजपा : गया, वजीरगंज, गुरुआ व बोधगया
जदयू : शेरघाटी, बेलागंज, अतरी
हम : इमामगंज, बाराचट्टी, टिकारी
राजद : इमामगंज, शेरघाटी, गुरुआ, अतरी, बेलागंज, बाराचट्टी, बोधगया
कांग्रेस : गया टाउन, वजीरगंज व टिकारी
लोजपा : अतरी, इमामगंज, बेलागंज, बाराचट्टी, टिकारी व शेरघाटी