बिहार चुनाव 2020 : नक्सल प्रभावित इलाकों में चाक-चौबंद सुरक्षा, हेलीकॉप्टरों से भी रखी जाएगी नक्सलियों पर नजर
इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सली इलाके के मतदान केंद्रों पर अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती रहेगी। साथ ही नक्सलियों पर हेलीकॉप्टरों से नजर रखी जाएगी। इसके लिए प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है।
भागलपुर [संजय सिंह]। पूर्व बिहार के चार जिलों में नक्सली धमक के बीच निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर पुलिस-प्रशासन ने चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था की है। नक्सलियों पर नजर रखने के लिए दो हेलीकॉप्टर भी आकाश से निगरानी करेंगे। नक्सली इलाके के मतदान केंद्रों पर अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा जिलों की सीमाओं को पूरी तरह सील करने का निर्देश दिया गया है। सबसे अधिक नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों की संख्या बांका जिले में है। यहां 50 कंपनी अद्र्धसैनिक बल भेजे गए हैं। जमुई में 80 कंपनी अद्र्धसैनिक बल भेजे गए हैं।
लगभग एक दर्जन से अधिक नक्सलियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
चुनाव के पूर्व लगभग एक दर्जन से अधिक नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई। इनके पास से हथियार के अलावा नक्सली साहित्य भी बरामद किया गया। सबसे अधिक गिरफ्तारी मुंगेर जिले के हवेली खडग़पुर अनुमंडल क्षेत्र में हुई है। मुंगेर के दो विधानसभा क्षेत्र जमालपुर और तारापुर नक्सल प्रभावित हैं। यहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसी तरह जमुई में चारों विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। यहां पूर्व में नक्सलियों द्वारा चुनावी ङ्क्षहसा की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। बांका में दो विधानसभा क्षेत्र कटोरिया और बेलहर में नक्सली संगठनों का अच्छा-खासा प्रभाव है। नक्सली गतिविधियों की वजह से ही बेलहर में डीएसपी की तैनाती की गई है। यहां चुनाव के दिन दो हेलीकॉप्टर भी मौजूद रहेंगे। नक्सली इलाके में चप्पे-चप्पे पर अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। लखीसराय के भी दोनों विधानसभा क्षेत्र सूर्यगढ़ा और लखीसराय संवेदनशील हैं। मतदान के पूर्व इन इलाकों में कांबिंग ऑपरेशन भी चलाया गया। इस कारण नक्सली फिलहाल बैकफुट पर दिख रहे हैं। मुंगेर रेंज के डीआइजी मनु महाराज का कहना है कि लोग निर्भीक और निर्भय होकर मतदान करें, इसके लिए पुलिस ने व्यापक व्यवस्था की है।
जिला : नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र
मुंगेर : 291
जमुई : 471
लखीसराय : 291
बांका : 810