Bihar Election 2020: मुकेश सहनी नए ठौर की तलाश में चौराहे पर खड़े, पार्टी ने उनकी जान पर खतरा बता गृह मंत्रालय को लिखा पत्र
Bihar Election 2020 मुकेश सहनी ने जन अधिकार पार्टी राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी से बातचीत का दावा किया। सोमवार को दिल्ली पहुंच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की मुलाकात। उनकी पार्टी ने दिल्ली रवाना होते ही गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर उनकी जान पर खतरे की आशंका जताई ।
पटना, राज्य ब्यूरो । Bihar Election 2020: कभी खुद को महागठबंधन का अटूट हिस्सा कहने वाले विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) की नए आशियाने की तलाश पूरी नहीं हो पाई है। तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें अब तक नई ठौर नहीं मिली है। पांच अक्टूबर, सोमवार को वह भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा (JP Nadda) से मिलने दिल्ली भी पहुंचे। वहां उनकी बात बनती दिख रही, लेकिन अभी कुछ फाइनल नहीं है।
तेजस्वी पर लगाए कई आरोप
सहनी अभी दो दिन पूर्व तक महागठबंधन (Grand Alliance) का हिस्सा थे और उम्मीद में थे कि उनकी पार्टी को 25 सीटें और उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) का एक पद मिलेगा। सीटों के बंटवारे का एलान होने पर सहनी की मांग पूरी होती नहीं दिखी। जिसके बाद खुद को अंधेरे में रखने का आरोप लगा सहनी ने महागठबंधन को अलविदा कह दिया। महागठबंधन से अलग होकर सहनी ने राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजद ने उनके साथ धोखा किया है। वादा करके भी सीटें देने से मुकर गए। सहनी ने यहां तक कहा कि जो व्यक्ति महागठबंधन को एकजुट नहीं रख पाया वैसे इंसान (तेजस्वी यादव) से बिहार को एकजुट रखने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। सहनी ने कहा भविष्य में यदि आवश्यकता पड़ी तो तेज प्रताप के साथ तो राजनीति करने को तैयार रहेंगे, लेकिन तेजस्वी यादव के साथ कभी नहीं जाएंगे।
अकेले भी लड़ने का दावा
महागठबंधन से अलग होने के बाद सहनी ने रविवार को दावा किया था कि उनकी बात राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के साथ ही जन अधिकार पार्टी से भी हो रही है। यदि इन दोनों से बात नहीं बनी तो वे अपनी पार्टी के साथ अकेले चुनाव मैदान में जाएंगे और सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेंगे। अपने इन्हीं दावों के बीच सोमवार को सहनी अचानक दिल्ली पहुंच गए, जहां उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो नड्डा से उनकी बातचीत के बाद मामला थोड़ा आगे बढ़ा है। ऐसी चर्चा है कि सहनी जल्द ही भाजपा का हिस्सा होंगे। हालांकि इस पर अब तक सहनी या उनकी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
सहनी को जान का खतरा, मंत्रालय को पत्र लिखा
इधर दिल्ली रवाना होने से पूर्व सहनी की पार्टी वीआइपी की ओर से गृह मंत्री को एक पत्र जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी की जान को खतरा है। सहनी की रक्षा के लिए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए। वीआइपी नेता छोटे सहनी ने यह पत्र गृह मंत्री को भेजा है।