Bihar Election 2020: जदयू ने कहा नीतीश और पीएम मोदी हैं जोड़ी नंबर वन, मिलकर काम किया, मिलकर काम करेंगे
Bihar Election 2020 लोजपा ने कहा की पीएम मोदी की तस्वीर के साथ लड़ेंगे तो अब जदयू ने कहा भाजपा और जदयू के बीच कोई गलतफहमी नहीं । दोनों मिलकर काम करेंगे काम के आधार पर लोगों के बीच जा रहे हैं। बिहार को मिलकर सक्षम बनाएंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Election 2020: बिहार चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की खींचतान जारी है। अब जदयू ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के पोस्टर का जवाब पोस्टर से दिया है। जदयू की ओर से सात अक्टूबर, बुधवार को नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी का पोस्टर जारी किया गया है। जिसमें नीतीश और पीएम मोदी की जोड़ी को नंबर वन बताया गया है। पोस्टर में बिहार में एनडीए सरकार की पर्यावरण के क्षेत्र में किए गए कार्यो की उपलब्धियों को दिखाया गया है। नीतीश कुमार के महत्वपूर्ण योजना जल-जीवन-हरियाली की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया गया है। अंत में स्लोगन है- नीतीश और मोदी की जोड़ी ने बिहार को दिया नया आयाम।
भाजपा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
दरअसल, एक दिन पहले मंगलवार को ही चिराग ने कहा था कि वे विधानसभा चुनाव मोदी की तस्वीर के साथ लड़ेंगे। हालांकि, इसपर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्पष्ट प्रतिक्रिया दी थी। संजय जायसवाल ने कहा था कि जिसे नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार नहीं वो एनडीए में नहीं रह सकता। वहीं, सुशील मोदी ने कहा था कि पीएम की तस्वीर का उपयोग चुनाव में सिर्फ एनडीए में शामिल चार राजनीतिक दल ही कर सकेंगे। यदि किसी और ने पीएम की तस्वीर का उपयोग किया तो चुनााव आयोग नियमानुसार कार्रवाई करेगा।
नीतीश ने भी स्पष्ट किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि भाजपा और जदयू के बीच किसी तरह की कोई गलतफहमी नहीं है। दोनों मिलकर काम करेंगे। काम के आधार पर ही हम लोगों के बीच जा रहे। बिहार को सक्षम बिहार बनाने की दिशा में काम हो रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने पहले यह तय कर लिया था कि एनडीए में किस सीट पर कौन दल लड़ेगा। कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है। यह सही है कि एलान में थोड़ा विलंब हो गया। बिहार में जदयू और भाजपा मिलकर काम कर रही है। काफी काम हुआ है।
हमने क्या लोजपा को समर्थन नहीं दिया
मुख्यमंत्री ने चिराग पासवान का नाम लिए बगैर कहा कि जिन्हें कुछ -कुछ बोलने में आनंद आता है उन पर हमें कुछ नहीं कहना। कुछ लोग बिना वजह बोलते रहते हैैं। अगर जदयू मदद नहीं करती तो रामविलास पासवान राज्यसभा पहुंच पाते क्या? लोकसभा चुनाव में लोजपा के छह प्रत्याशी थे तो क्या उन्हें समर्थन नहीं था?