Bihar Election 2020: जदयू ने चिराग पर किया पलटवार, कहा-पहले सीएम नीतीश से चुनाव प्रचार कराया अब बता रहे वैचारिक मतभेद
Bihar Election 2020 जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर खुलकर बोले। पूछा लोकसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री के पास आकर कई बार चुनाव प्रचार का आग्रह किया। अब विधानसभा का चुनाव आया है तो कह रहे कि वैचारिक विरोध है ।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Election 2020: विधानसभा चुनाव में जदयू के खिलाफ सभी सीटों पर प्रत्याशी दिए जाने के लोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के फैसले पर जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने रविवार को चिराग पर खुलकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि किस तरह के वैचारिक विरोध की बात कर रहे चिराग? लोकसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री के पास आकर कई बार चुनाव प्रचार का आग्रह किया। वहीं जब अब विधानसभा का चुनाव आया है तो कह रहे कि वैचारिक विरोध है।
बताए, किस बात पर है मतभेद
अशोक ने कहा कि हम जानना चाहते हैैं कि किस तरह का वैचारिक विरोध है? दलित समाज के किसी व्यक्ति की हत्या के बाद दलित उत्पीडऩ एक्ट के तहत उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने पर क्या उनका विरोध है? 15 साल में दलितों के बजट को 40 गुणा बढ़ाने पर क्या वैचारिक मतभेद है? मुख्यमंत्री परिवहन योजना के तहत सहायता दिया जाने पर वैचारिक मतभेद है?
हम भाजपा के साथ
अशोक ने कहा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री के कार्यों को समझते हुए उन्हें मुख्यमंत्री घोषित कर उनके नेतृत्व में चुनाव लडऩे की घोषणा की है। भाजपा से हमें कुछ नहीं कहना है। भाजपा पर हमें पूरा भरोसा है। अगर लोजपा को साथ नहीं रहना है तो कोई बात नहीं।
लोजपा और जदयू की तनातनी अंजाम तक पहुंची
बता दें कि बिहार चुनाव में जदयू और लोजपा के बीच जारी तनातनी चार अक्टूबर रविवार को अंजाम तक पहुंच गई। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को दिल्ली में पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा कर दी। साथ ही चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ मजबूती से चुनाव लड़ेगी। वहींं भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। राष्ट्रीय स्तर और लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ लोजपा का मजबूत गठबंधन है जो आगे भी जारी रहेगा।
बैठक में लोजपा संसदीय बोर्ड ने सर्वसम्मति से बिहार में भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनाने का प्रस्ताव पारित किया। चिराग ने कहा, हमारी पार्टी ' बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' विजन डॉक्यूमेंट लागू करना चाहती थी, जिस पर समय रहते सहमति नहीं बन पायी।