Bihar Election 2020: विकास के दावों पर कांग्रेस करेगी पोस्टर प्रहार, चुनाव आयोग ने सोशल साइट्स के लिए 53 कंटेंट को दी अनुमति
Bihar Election 2020 कांग्रेस ने सरकार पर हमले करते अलग-अलग पोस्टर बनवाए । चुनाव के पारंपरिक तरीकों के अलावा सोशल साइट्स पर भी कांग्रेस सरकार की नीतियों को लेकर हमले करेगी। जानिए बिहार के महासमर में कांग्रेस की चुनावी रणनीति।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Election 2020: बिहार कांग्रेस 2020 का विधानसभा चुनाव किसी नौसिखए खिलाड़ी की तरह कतई नहीं खेलेगी। 70 सीटों पर विधानसभा पहुंचने की जोर आजमाइश में जुटी कांग्रेस की रणनीति सीधे-सीधे विकास के मसले पर सरकार को घेरने की है। केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर कांग्रेस ने सरकार के विकास के दावों पर पोस्टर प्रहार की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। हमले दो तरफा होंगे। एक ओर जहां पोस्टर बैनर के जरिए भाजपा-जदयू कांग्रेस के निशाने पर होंगे वहीं दूसरी ओर सोशल साइट्स पर भी कांग्रेस सरकार की नीतियों को लेकर हमले करेगी।
आयोग से सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाने की अनुमति मिली
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की प्रदेश की इकाई को हिदायत थी कि कोरोना काल में पारंपरिक तरीकों से अलग हो रहे चुनाव में पार्टी प्रचार के नए तौर तरीकों का सहारा लेकर सरकार पर हमले करे। जिसके बाद पार्टी ने चुनाव आयोग से सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाने की अनुमति लेने के लिए आवेदन किया। सूत्रों की माने तो चुनाव आयोग ने कांग्रेस के 53 कंटेंट को सोशल मीडिया पर चलाने दिखाने की अनुमति दी है। आयोग की अनुमति के साथ ही कांग्रेस हमलावर तेवर में आ गई है।
कांग्रेस का यह हैशटैग चर्चा में
कांग्रेस ने सबसे पहला हमला सोशल मीडिया पर चल रहे जदयू के कैंपेन 'परखा है जिसे चुनेंगे पर बोला है। सूत्रों की माने तो जदयू के कैंपेन पर कांग्रेस ने 'परख लिया है पलट देंगे' कैंपेन शुरू कर दिया है। कांग्रेस का यह हैशटैग फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम और यू-टयूब पर लगातार चर्चा में है। सोशल मीडिया से अलग पोस्टर के जरिए सरकार को घेरने के अभियान के तहत पार्टी ने अलग-अलग कई पोस्टर बनवा लिए हैं।
शिक्षा , रोजगार और पलायन को बनाया मुद्दा
इन पोस्टरों में निशाने पर सीधे-सीधे नीतीश कुमार की सरकार है। इन पोस्टरों में नीतीश सरकार के 15 साल के कार्यकाल पर हमला बोला गया है। कांग्रेस ने अपना अभियान में शिक्षा, रोजगार, कोरोना काल में श्रमिकों को हुई परेशानी, बिहार से पलायन करने वाले मजदूरों के मुद्दे को उठाया है। कांग्रेस का यह अभियान शुरुआती दौर में है और जल्दी ही इसके और रंग में आने की संभावना है।