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Bhabua Election 2020 : भभुआ सीट पर भाजपा की रिंकी रानी पांडेय का सामना कर रहे राजद के भरत बिंद

Bhabua Election News 2020 भभुआ सीट पर 2018 के उपचुनाव में पहली बार किसी महिला को जीत हासिल हुई। भाजपा विधायक आनंद भूषण पांडेय के निधन के बाद उप चुनाव में उनकी पत्‍नी रिंकी रानी पांडेय ने जीत हासिल की। इस बार राजद से भरत बिंद उनका सामना करेंगे।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 12:52 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 08:25 AM (IST)
Bhabua Election 2020 : भभुआ सीट पर भाजपा की रिंकी रानी पांडेय का सामना कर रहे राजद के भरत बिंद
भभुआ कैमूर जिले का मुख्यालय, सांकेतिक तस्‍वीर ।

जेएनएन, भभुआ। Bihar Election 2020:  भभुआ विधानसभा सीट बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। यह कैमूर जिले का हिस्‍सा है। यह विधानसभा सीट सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। भभुआ कैमूर जिले का मुख्यालय है। यह शहर जीटी रोड के दक्षिण 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र दो प्रखंडों से बना है, जिसमें भभुआ व रामपुर प्रखंड आते हैं।

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1957 में हुए यहां पहले चुनाव में कांग्रेस के दुलार चंद राम विधायक बने थे। 2015 में यहां बीजेपी के आनंद भूषण पांडे विधायक बने। उनकी मौत के बाद 2018 में हुए उप चुनाव में उनकी पत्नी रिंकी रानी पांडे विधायक चुनीं गईं। वह इस बार भी मैदान में हैं। यहां महागठबंधन से राजद के भरत बिंद चुनाव लड़ रहे हैं। वे लंबे समय तक बसपा में रहे हैं। रालोसपा ने वीरेंद्र कुशवाहा को मुकाबले में उतारा है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जदयू छोड़कर आए पूर्व विधायक डॉ. प्रमोद सिंह मैदान में हैं।

प्रमुख प्रत्‍याशी

1. रिंकी पांडेय, भाजपा

2. भरत बिंद, राजद

3. वीरेंद्र कुशवाहा, रालोसपा

प्रमुख मुद्दे

1. स्वास्थ्य - भभुआ विधानसभा में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत ठीक नहीं है। सबसे पहले तो भभुआ में स्थित सदर अस्पताल में ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की घोर कमी है। गंभीर मरीजों का इलाज वाराणसी या पटना में होता है। पीएचसी व एपीएचसी में स्थिति और गंभीर है।

2.  सड़क - भभुआ विधानसभा क्षेत्र के दोनों प्रखंडों के कई गांवों में सड़क की सुविधा नहीं है। इसके चलते ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी होती है।

3. रोजगार - क्षेत्र के युवाओं के लिए आज भी बड़ा मुद्दा रोजगार है। यहां रोजगार के नाम पर कुछ नहीं। एक लघु उद्योग की स्थापना तक नहीं हुई। इसके चलते यहां के युवा आज भी रोजगार की तलाश में दूसरे जगहों पर पलायन करते हैं।

4.  सिंचाई - सिंचाई की समुचित व्‍यवस्‍था नहीं होने के चलते किसानों को काफी नुकसान होता है। उदघाटन के छह साल बाद भी सिंचाई की सुविधा के लिए बनी दुर्गावती जलाशय परियोजना की वितरणियों की खोदाई नहीं हो सकी।

5. शिक्षा - भभुआ विधानसभा में उच्च शिक्षा की व्यवस्था भी राम भरोसे चल रही है। भभुआ के अलावा रामपुर में एक कॉलेज नहीं है। यहां के छात्र-छात्रा या तो भभुआ नामांकन कराते हैं या रोहतास जिले के चेनारी में। दोनों ही प्रखंडों में तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था नहीं है।

प्रमुख तथ्‍य

मतदाताओं की संख्या- 2,66,401

पुरुष मतदाता - 1,39,328

महिला मतदाता - 1,27,066

अन्य - 7

मतदान केंद्रों की संख्या - 402

वर्ष - कौन जीता - कौन हारा

2018 उपचुनाव - रिंकी पांडेय,भाजपा - शंभू सिंह पटेल,राजद

2015 - आनंद भूषण पांडेय,भाजपा - डॉ: प्रमोद कुमार सिंह, जदयू

2010- डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, जदयू - आनंद भूषण पांडेय,भाजपा


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