बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : कोसी दियारा में शांतिपूर्ण मतदान के लिए तैनात होंगे घुड़सवार दस्ते
Bihar Assembly Elections 2020 कोसी दियारा में इस बार चुनाव को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था सख्त रहेगा। दियारा क्षेत्र में निगरानी के लिए एसपी ने एक प्लाटून घुड़सवार दस्ते की मांग की है। इस दस्ते को विशेष तौर पर निगरानी के लिए लगाया जाएगा।
कटिहार, जेएनएन। मनिहारी एवं अमदाबाद प्रखंड के गंगा नदी के दियारा इलाकों में शांतिपूर्ण माहौल में विधानसभा चुनाव संपन्न कराने को लेकर घुड़सवार दस्ते की तैनाती की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने एक प्लाटून घुड़सवार दस्ता मुहैया कराने की मांग की है। एसपी ने बताया कि घुड़सवार दस्ता पटना से उपलब्ध कराया जाता है। दस्ता पहुंचने के बाद गंगा नदी के दियारा क्षेत्र में गश्ती कराने के साथ मतदान के दिन झारखंड एवं भागलपुर जिले से लगती सीमा पर प्रतिनियुक्त किया जाएगा। बताते
जाएगा। बताते चलें कि मनिहारी विधानसभा क्षेत्र में काला दियारा एवं गोबराही दियारा आपराधिक गतिविधियों को लेकर संवेदनशील माना जाता है। गदाई दियारा में कुल चार बूथ तथा काला दियारा में दो बूथ है। दोनों दियारा इलाका की सीमा झारखंड से लगती है। भौगोलिक रूप से दुर्गम इस इलाके में शांतिपूर्ण मतदान जिला प्रशासन के लिए चुनौती साबित होती है। मतदान कर्मियों को ईवीएम लेकर नाव से गंगा की धारा पार कर मतदान केंद्रों पर पहुंचना होता है। अपराधी गिरोहों की आवाजाही एवं शराब तसकरी पर नजर रखने के लिए मनिहारी पुलिस द्वारा अर्धसैनिक बलों के साथ लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। दियारा के कई इलाकों में पहुंचना पुलिस के लिए भी मुश्किल साबित होता है। घुड़सवार दस्ता की मदद से दियारा क्षेत्र में गश्ती की जाएगी। मनिहारी से लेकर बरारी के दियारा इलाकों तक नजर रखी जा सकेगी। एक प्लाटून में 10 घुड़सवार पुलिस बल शामिल होगा। घुड़सवार दस्ते की गश्ती एवं सर्च ऑपरेशन के लिए रूट चार्ट जिला पुलिस द्वारा तैयार किया जा रहा है। जिले में तीसरे और अंतिम चरण में सात नवंबर को विधानसभा चुनाव कराया जाना है। मतदान के दिन भागलपुर जिला से लगती सीमा पर भागलपुर जिला पुलिस की भी मोर्चाबंदी रहेगी। मनिहारी, अमदाबाद, कुरसेला एवं बरारी के दियारा क्षेत्र में 11 बूथ संवेदनशील माना जाता है। विषम भौगोलिक स्थिति के कारण गदाई और काला दियारा स्थित बूथों पर विशेष सतर्कता एवं चौकसी बरती जाती है। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में भी दियारा इलाकों में वोटरों को डाराने धमकाने एवं खास प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने को लेकर दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया था।