Bihar Election: NDA में सीट शेयरिंग का ऐलान कल! चिराग पासवान को फैसला के लिए आज तक का समय
Bihar Assembly Election 2020 चिराग पासवान एनडीए में रहेंगे या इससे हटकर कोई बड़ा फैसला लेंगे इसका इंतजार है। हालांकि माना जा रहा है कि वे एनडीए में ही रहेंगे। वैसे उन्हें फैसला लेने के लिए आज तक का समय मिल गया है।
पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) को लेकर पक्ष-विपक्ष दोनों ओर सीट शेयरिंग (Seat Sharing) का पेंच फंसा हुआ है। सभी पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी हैं। अब पहले चरण का नामांकन एक अक्टूबर से शुरू हो रहा है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) इसके पहले सीटों के बंटवारे का ऐलान 30 सितंबर तक कर देगा। सूत्र बताते हैं कि एनडीए के दो बड़े घटक दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सीटों पर अंतिम सहमति बन चुकी है। एनडीए के तीसरे घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को मनाने की कोशिशें जारी हैं। सूत्र बताते हैं कि एनडीए में एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) को फैसला लेने के लिए आज तक का वक्त मिल गया है।
एनडीए में फंसा चिराग पासवान का पेंच
एनडीए में बीजेपी व जेडीयू के बीच सीटों को लेकर फैसला होने के बाद भी अभी एलजेपी का पेंच फंसा हुआ है। चिराग पासवान अपनी पार्टी के लिए सम्मानजनक सीटें चाहते हैं। वे बीते विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली 42 सीटों से कम पर राजी नहीं हैं। उन्होंने घोषणा कर रखी है कि अगर बात नहीं बनी तो वे 143 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे तथा जेडीयू के खिलाफ प्रत्याशी उतारेंगे।
बीजेपी का एलजेपी को 27 सीटों का ऑफर
बताया जाता है कि बीजेपी ने एलजेपी को विधानसभा की 27, विधान परिषद की दो तथा राज्य सभा की एक सीट का ऑफर दिया है। एलजेपी को दी जाने वाली विधानसभा सीटों में गोविंदगंज, बिस्फी, अररिया, किशनगंज,आमतौर, बलरामपुर, मधेपुरा, अलीनगर, कियोटी, बरूराज, गड़ा, परसा, लालगंज, राजापार्क, तेघड़ा, अलौली, कहलगांव, मनेर, डेहरी, ओबरा, कंट्रास्ट, बेलगांव, रजौली, जमुई, सिकन्दरा और कटोरिया शामिल हैं। लेकिन चिराग की मांग अधिक सीटों की है।
एनडीए में रहने की कर सकते घोषणा
इस बीच चिराग पासवान को मनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं। उनकी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से कई बार बात हो चुकी है। इस बीच चिराग पासवान को एलजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सलाह दी है कि वर्तमान माहौल में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ना जोखिम भरा फैसला हो सकता है। ऐसे में उम्मीद है कि चिराग पार्टी के संसदीय दल की बैठक बुला कर एनडीए में बने रहने की घोषणा कर सकते हैं। इसका संकेत इस बात से भी मिल रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एवं बीजेपी में आस्था जताई है। हां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को लेकर उनके रूख में बदलाव के संकेत नहीं मिले हैं।