Bihar Election 2020: LJP विवाद के बाद NDA में फिर फ्रंटफुट पर CM नीतीश, BJP ने भी मानी अहमियत
Bihar Assembly Election 2020 बिहार चुनाव में जेडीयू ने एनडीए में अपनी अहमियत को स्थापित कर दिया है। गठबंधन में रहकर नीतीश कुमार के चेहरे व उनके काम पर हमलावर एलजेपी अब बाहर है। अब तो बीजेपी उनके पक्ष में बोल रही है।
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन। लोजपा का हमला, चेहरे पर सवाल, गठबंधन में महत्व और चुनाव बाद गठबंधन के कयास। लग रहा था कि इन मुद्दों पर जदयू घिरता जा रहा है, लेकिन वह फिर नए अंदाज में एनडीए में और मजबूत होकर उभरा है। स्थिति यह है कि खुद नीतीश कुमार को जवाब नहीं देना पड़ रहा। भाजपा उनके पक्ष में जवाब दे रही है। यह इसलिए, क्योंकि भाजपा ने पिछले तीन चुनावों में महसूस किया है कि बिहार में बड़ी जीत के लिए नीतीश का नाम काफी है।
सीटों पर फैसला होते ही घोषित कर दिए प्रत्याशी
जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सीटों पर फैसला होते ही अपने सभी प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। जदयू ही वह बड़ी पार्टी है, जो अपने कोटे के सभी 122 (हम के 7 को मिलाकर) उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इस घोषणा में आत्मविश्वास झलक रहा है। न किसी चेहरे पर संदेह और न ही टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में असंतोष का डर। बाकी दल शायद इन्हीं वजहों से चरणवार फैसला कर रहे। लोजपा के साथ छोटे-से विवाद के बाद नीतीश कुमार अब फिर फ्रंटफुट पर हैं। उनके तेवर आक्रामक हो गए हैं। सात निश्चय-2 पर विस्तार से बोल रहे। उनके पास हर सवाल का जवाब है।
नीतीश कुमार पर हमलावर रहे चिराग पासवान
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बड़े ही सुनियोजित अंदाज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर थे। लोजपा ने एनडीए से खुद को अलग भी कर लिया। लोजपा के एनडीए से अलग होने के पहले दिन भाजपा के किसी नेता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। उसके अगले ही दिन नीतीश कुमार और जदयू के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश नेताओं ने कई बार यह कहा कि कोई भ्रम नहीं रहे, बिहार में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार ही हैैं। इस मुद्दे पर नीतीश ने सधे हुए अंदाज में जवाब दिए।
जिसकी बुराई, उसकी प्रशंसा क्यों कर रहे थे
अभी चिराग पासवान ने जदयू की आलोचना करने के लिए जिन विषयों को उठाया है, उन्हीं मुद्दों पर वह नीतीश कुमार को मंच पर बिठाकर तारीफ कर रहे थे। दो मिनट का एक वीडियो वायरल है। यह चिराग के विरोध की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा। उस वीडियो में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक बैठक को संबोधित कर रहे। उसमें वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सात निश्चय की खूब तारीफ कर रहे। चिराग पासवान जब सात निश्चय में भ्रष्टाचार होने की बातों को ट्वीट कर रहे, तो सात निश्चय की खुलेआम प्रशंसा वाला वीडियो इस आलोचना की धार कम कर दे रहा। यह वीडियो उन इलाकों में बड़े स्तर पर चलेगा जहां लोजपा की उम्मीदवारी जदयू के खिलाफ हो गयी है। लोजपा मोदी के नाम पर वोट मांग रही, तो यह भी दिखने वाला है कि खुद मोदी जदयू के लिए वोट मांगेंगे।