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Bihar Chunav :... और जब अपने प्रत्याशी का नाम भूल गए तेजस्वी यादव तो जनता की ओर से आई ऐसी प्रतिक्रिया

Bihar Chunav 2020 महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी तेजस्वी यादव समस्तीपुर की विभूतिपुर विधानसभा सीट पर अपने संबोधन के दौरान अपने उम्मीदवार का नाम ही भूल गए। वे अजय कुमार को अमित कुमार कह रहे थे। बाद में सामने से लोगों ने इसे सही कराया।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 12:33 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 07:41 AM (IST)
Bihar Chunav :... और जब अपने प्रत्याशी का नाम भूल गए तेजस्वी यादव तो जनता की ओर से आई ऐसी प्रतिक्रिया
सतर्क रहने की सलाह देते हुए महागठबंधन प्रत्याशी जिताने की अपील की।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार के लिए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। एक नेता एक दिन में कई-कई सभाएं कर रहे। कुछ छोटे दल के नेताओं को तो एक दिन में 12 से 13 सभाएं करनी पड़ रही हैं। राजद के नेताओं के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा। महागठबंधन से सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव एक दिन में दर्जन भर से अधिक सभाएं कर रहे हैं। हर आधे घंटे पर वे एक सभाएं कर रहे। ऐसे में संबोधन के दौरान चूक होना स्वाभाविक ही है।

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प्रत्याशी का नाम ही गलत बोलने लगे

शुक्रवार को समस्तीपुर की विभूतिपुर विधानसभा सीट पर महागठबंधन के समर्थन में किए जा रहे चुनाव प्रचार के दौरान वे प्रत्याशी का नाम ही गलत बोलने लगे। पहली बार जब उन्होंने अजय कुमार को अमित कुमार के रूप में संबोधित किया तो मंच पर बैठे नेता बगले झांकने लगे लेकिन किसी ने टोका नहीं। प्रवाह में उन्होंने एकाधिक बार जब अजय कुमार को अमित कुमार कह दिया। इसके बाद सामने से लोगों ने तेजस्वी को भूल का अहसास कराया। तदोपरांत उन्होंने नाम में सुधार करते हुए जनता से एक-एक बहुमूल्य वोट अजय कुमार को देने की अपील की।

विभूतिपुर से महागठबंधन के लिए उम्मीदवार अजय कुमार मैदान में हैं।

नीतीश जी व भाजपा वाले 30-30 हेलीकॉप्टर पीछे-पीछे उड़ा रहे

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बिना नाम लिए कहा कि जो लोग पिछले 15 वर्षों में बिहार का सर्वांगीण विकास नहीं कर पाए, वे अगले 5 वर्ष में भी नहीं कर पाएंगे। नीतीश जी व भाजपा वाले 30-30 हेलीकॉप्टर पीछे-पीछे उड़ा रहे हैं। कहावत है एक बिहारी सब पड़ भारी। हम सब पर भारी हैं। क्योंकि जनता मेरे साथ है। मैं दूसरों की तरह झूठ नहीं बोल सकता। हमें एक मौका दीजिए। सरकार गठन के बाद मंत्रिमंडल की पहली बैठक में 10 लाख सरकारी नौकरी देने के लिए अपना पहला हस्ताक्षर करूंगा। वृद्धापेंशन की राशि चार सौ रुपये से बढ़ाकर एक हजार करने का भी वादा किया। आशा, जीविका समूह से जुड़े लोगों, विकास मित्र, स्वयं सहायता समूह का मानदेय दोगुना व नियमित करने और समान काम के लिए समान वेतन देने की बातें कहीं। उन्होंने प्याज का नाम लेकर भाजपा पर तंज कसा। कहा एक बार प्याज मंहगी हो गई थी तो वे लोग गले में प्याज की माला पहनकर घूम रहे थे। अब, मंहगाई उनकी भौजाई हो गई है।  


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