Bihar Chunav 2020: चिराग ने उलझा दिया एनडीए का गणित, जदयू से ज्यादा भाजपा के लिए सिरदर्द बनी लोजपा
Bihar Chunav 2020 भागलपुर में लोजपा के राजेश वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी रोहित पांडेय की परेशानी बढ़ा रखी है। गोविंदगंज में भाजपा प्रत्याशी सुनील मणि त्रिपाठी के खिलाफ लोजपा के मौजूदा विधायक राजू तिवारी चुनौती बने हुए हैं।
पटना, जेएनएन। Bihar Chunav 2020 बिहार के सियासी और सामाजिक विशेषज्ञों के बीच अभी तक माना जा रहा था कि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के तेवर से जदयू की परेशानी बढ़ेगी। भाजपा इसी को आधार बनाकर डैमेज कंट्रोल में जुटी थी, लेकिन दूसरे और तीसरे चरण में कई ऐसी सीटें हैं जिनपर लोजपा का भाजपा से सीधे या त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बन गई है। कुछ सीटें तो ऐसी भी हैं, जिनपर भाजपा के बागी ही लोजपा के टिकट से कड़ी टक्कर दे रहे हैं। ऐसी सीटों में कई सीटें भाजपा की परंपरागत गढ़ मानी जाने वाली सीटों में शुमार हैं। मगध और शाहाबाद क्षेत्र के रण के निकालने के बाद लोजपा ने उत्तर बिहार में आठ सीटों पर हाजीपुर, लालगंज, राघोपुर, गोविंदगंज, चिरैया, नरकटियागंज, सुगौली और रोसड़ा में भाजपा प्रत्याशियों के मुसीबत पैदा कर दी है।
इस कारण बढ़ी भाजपा की परेशानी
भागलपुर में लोजपा के राजेश वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी रोहित पांडेय की परेशानी बढ़ा रखी है। गोविंदगंज में भाजपा प्रत्याशी सुनील मणि त्रिपाठी के खिलाफ लोजपा के मौजूदा विधायक राजू तिवारी चुनौती बने हुए हैं। चिरैया से भाजपा विधायक लाल बाबू गुप्ता के खिलाफ लोजपा के अवनीश सिंह कड़ी टक्कर दे रहे हैं। अवीनाश सिंह भाजपा के पूर्व विधायक रहे हैं। नरकटियागंज में भाजपा प्रत्याशी रश्मि वर्मा को लोजपा के नौसाद मुसीबत खड़े हैं। सुगौली में भाजपा के मौजूदा विधायक और सत्रहवीं विधानसभा चुनाव में वीआइपी पार्टी के प्रत्याशी रामचंद्र सहनी के खिलाफ लोजपा से विजय गुप्ता मुसीबत बने हुए हैं।
लोजपा का गढ़ रहा है हाजीपुर
हाजीपुर में अजीत सिंह निर्दलीय लड़ रहे हैं लेकिन अपने पोस्टर, बैनर में राम विलास पासवान और चिराग पासवान की तस्वीर का सहारा ले रहे हैं। लालगंज में राजकुमार साह लोजपा के मौजूदा विधायक हैं। राजकुमार की भाजपा प्रत्याशी संजय सिंह से टक्क्कर में बने हुए हैं। विजय भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के पूर्व ओहदेदार रह चुके हैं। राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तर के वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं की आखिरी समय तक मनाने समझाने की पहल कारगर साबित नहीं हुई। हां, चंद सीटों पर पार्टी को मान मनौव्वल में सफलता जरूर मिली। इसमें बोचहा विधायक बेबी कुमार, अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन, संदेश के पूर्व विधायक संजय सिंह टाइगर, सूर्यगढ़ा के पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल जैसे कई पार्टी नेताओं ने संगठन के प्रति अपनी आस्था बरकार रखी।