Bihar Assembly Election 2020: मेरा वादा: नीतीश का नया एजेंडा ही बनेगा जदयू का घोषणापत्र
Bihar Assembly Election 2020 जदयू ने महिलाओं और युवाओं के लिए नए निश्चय तय किए। सरकार बनी तो सात निश्चय-2 की योजनाएं लागू होंगी। अनुसूचित जाति और जनजाति वाली कुछ योजनाएं महिलाओं के लिए भी लागू करने की तैयारी ।
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन। Bihar Assembly Election 2020: चुनाव की तिथि घोषित होने वाले दिन ही 25 सितंबर शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपना नया एजेंडा घोषित कर दिया है, जो आगे चलकर जदयू का घोषणापत्र बन जाएगा। वैसे उन्होंने यह जोड़ा भी है कि अगर सहयोगी दल कुछ और कहना चाहते हैं, तो इसमें और भी कुछ घोषणाओं को जोड़ा जाएगा।
महिलाओं को स्वनिर्भर बनाने के लिए 10 लाख रुपये की सहायता
पिछले एक दशक में बिहार में जाति से परे महिला वोटरों का वोट बैैंक तैयार हुआ है। महिला और पुरुष वोटरों की संख्या के बीच बहुत अंतर नहीं है। कुल वोटरों की संख्या 7.29 करोड़ है और उसमें महिलाओं की हिस्सेदारी 3.4 करोड़ है। नीतीश कुमार के नए एजेंडा में महिलाओं को कई सुविधाएं देने का वादा है। बिहार में जिस तरह अनुसूचित जाति-जनजाति अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को उद्योग लगाने या व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार दस लाख रुपए देती है, उसी तर्ज सभी वर्ग की महिलाओं को दस लाख रुपए देने की योजना शुरू होगी। इसमें पांच लाख रुपए सरकार माफ कर देगी। पांच लाख ऋण के रूप में मिलेंगे। महिलाओं को सरकारी सेवाओं में आरक्षण तो पहले से है, पर अब एजेंडा यह है कि प्रखंड और अनुमंडल स्तर पर जो सरकारी दफ्तर हैं, वहां महिलाओं के आरक्षण के हिसाब से तैनाती दिखे।
युवाओं के लिए रोजगार वाया तकनीकी प्रशिक्षण
पिछली बार मुख्यमंत्री ने अपने सात निश्चय में युवाओं के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और स्वयं सहायता भत्ता की बात की थी। अब नए एजेंडा में इनके लिए मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाए जाने की बात है। इसके मूल में यह है कि उन्हें इस तरह का स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध करा दिया जाए कि रोजगार में कोई दिक्कत नहीं हो।
गांव में शहर के सभी रंग
गांव में शहर के सभी रंग उपलब्ध हो इस बार एजेंडा नीतीश में यह खास अंदाज में हैै। पूर्व में हर घर नल का जल, पक्की गली नालियां, हर घर बिजली चला अब यह है कि गांव में गली-गली स्ट्रीट लाइट लगेगी। कचरा प्रबंधन का इंतजाम होगा। स्वास्थ्य सेवाएं इस शक्ल में कि फोन कीजिए तो तुरंत इंतजाम। जानवरों के लिए भी यह व्यवस्था रहेगी।
एजेंडा बन जाएगा सरकार के कार्यक्रम का हिस्सा
भले ही सात निश्चय-2 की शक्ल में एजेंडा नीतीश सामने आएगा पर नीतीश कुमार कहते हैैं कि उन्हें फिर से मौका पर मिला यह एजेंडा सरकार के कार्यक्रमों का अंग बन जाएगा। इसके पूर्व के चुनाव में भी नीतीश कुमार अपने एजेंडा को ही आगे रखकर चुनाव मैदान में गए थे। मुख्यमंत्री ने इस बात को स्पष्ट किया है कि महागठबंधन के बाद भले ही बिहार में एनडीए की सरकार अस्तित्व में आयी पर चुनाव में उन्होंने सात निश्चय की शक्ल में जो एजेंडा लोगों के बीच रखा था उसके कार्यक्रमों में कोई बदलाव नहीं हुआ।