मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर नोटबंदी पर मुखर हुई हैं। विपक्षी दलों की ओर से नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर राष्ट्रव्यापी काला दिवस मनाने के एक दिन पहले ही उन्होंने इस मुद्दे पर अपना मुंह खोला। नोटबंदी को बड़ा भ्रष्टाचार बताते हुए उन्होंने वस्तु व सेवा कर यानी जीएसटी को ग्रेट सेल्फिश टैक्स करार दिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को ही विरोध स्वरूप अपने ट्विटर अकाउंट के डीपी पर काला अंधेरा दर्शाती तस्वीर पोस्ट की और जनता से भी ऐसा करने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया कि नोटबंदी संबंधी घोटाले के विरोध में ट्विटर के डीपी को काले में बदल लेना चाहिए।
ममता के व्यक्तिगत रूप से विरोध करने के अतिरिक्त उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस बुधवार को नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर राज्यभर में काला दिवस मनाएगी। कांग्रेस ने काला दिवस पर दिल्ली में विरोध जताने का जो कार्यक्रम आयोजित की है उसमें तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल शामिल होगा। ममता नोटबंदी को लेकर काला दिवस मनाने में भी विपक्ष की अगुवाई करना चाहती हैं। इसलिए उन्होंने 48 घंटे पहले ही अपने ट्विटर अकाउंट से इसका जोरदार तरीके से विरोध जताया और आम लोगों से भी नोटबंदी पर विपक्ष द्वारा आयोजित काला दिवस मनाने में शामिल होने की अपील की।
दरअसल ममता नोटबंदी पर जोरदार तरीके से विरोध जताते हुए जीएसटी को भी इस तरह उछालना चाहती है कि यह गुजरात चुनाव में विपक्ष का मजबूत मुद्दा बन जाए। अब केंद्र विरोध में ममता गुजरात का भी उल्लेख करना नहीं भूलती हैं। उनका कहना है कि नोटबंदी से गुजरात में हजारों कामगार बेरोजगार हो गए। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने तो केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख कर कहा है कि जीएसटी से गुजरात का उद्योग धंधा प्रभावित हुआ है। ममता अब केंद्र विरोध की अपनी आवाज गुजरात तक पहुंचाना चाहती है ताकि वहां भाजपा का चुनावी हित प्रभावित हो सके। उन्होंने कहा भी है कि गुजरात में उनका पार्टी चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन वहां जो भाजपा के विरुद्ध लड़ रहे हैं उनका वह समर्थन करती हैं। गुजरात की जनता से वह भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगी। नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर ममता की भाजपा विरोधी आवाज गुजरात तक पहुंचेगी और लोगों पर असर डालेगी यह देखना दिलचस्प होगा।
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हाईलाइटर::(दरअसल ममता नोटबंदी की बरसी पर जोरदार तरीके से विरोध जताते हुए जीएसटी को भी इस तरह उछालना चाहती है कि यह गुजरात चुनाव में विपक्ष का मजबूत मुद्दा बन जाए।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]