पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहीं भी जाती हैं तो उनकी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होते हैं। खासकर जिला दौरे के दौरान तो सुरक्षा और कड़ी रहती है। बावजूद इसके गुरुवार को दो लड़कियां त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़ते उनके मंच तक पहुंच गई। यही नहीं एक लड़की ने झुककर ममता के पैर छूने की कोशिश भी की। अचानक हुई इस घटना से सीएम भी हैरान होकर सकपकाते हुए पीछे हट गईं। इस बीच सुरक्षाकर्मी आगे आ गए। दोनों लड़कियों को रोकते हुए उन्हें तुरंत मंच से नीचे ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी। उस दौरान कुछ देर मंच पर अफरातफरी का माहौल रहा। वहीं इस घटना को लेकर सीएम की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि, त्रिस्तरीय सुरक्षा में सेंध लगाकर दो लड़कियां मंच पर ममता के करीब कैसे पहुंच गई? उन्हें इतनी भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती के बावजूद किसी सुरक्षा कर्मी की नजर उन दोनों लड़कियों पर क्यों नहीं गई? आखिर सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? यह कई सवाल हैं जो घटना के बाद उठ रहे हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। दरअसल, गुरुवार को ममता उत्तर दिनाजपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रही थीं, वह अपना भाषण खत्म करने ही जा रही थीं कि अचानक दो लड़कियां मंच पर उनके करीब पहुंच गईं। इससे पहले कि मंच पर किसी को कुछ समझ आता एक सीएम का पांव छूने की कोशिश करने लगी। हालांकि, बाद में सुरक्षा कर्मियों ने दोनों को पकड़ लिया।

मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों को लापरवाही के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि मैं यह नहीं समझ पाई कि दोनों बहनें मेरे पास क्यों आई? मामला चाहे जो भी हो यह सही तरीका नहीं है। हमें देखना होगा कि आखिर मामला क्या है? खैर कोई अनहोनी नहीं हुई। परंतु, यहां एक सवाल यह उठ रहा है कि आखिर लड़कियों ने ऐसा क्यों किया? बाद में लड़की ने कहा कि जमीन विवाद को लेकर वर्ष 2015 में उनके पिता की हत्या कर दी गई थी और न्याय मांगने के लिए आई थी। उसने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से मालदा दौरे के दौरान भी मुलाकात की कोशिश की, राज्य सचिवालय नवान्न भी गई, लेकिन मुझे नहीं मिलने दिया गया। दूसरी ने कहा कि वह नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के पास गई थी। पुलिस का कहना है कि युवतियों के नाम राबिया और मासूमा खातून है। खैर जो भी लेकिन एक सीएम की सुरक्षा में सेंध चिंता का विषय है।

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हाईलाइटर::: इतनी भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती के बावजूद किसी सुरक्षा कर्मी की नजर उन दोनों लड़कियों पर क्यों नहीं गई?

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]