पश्चिम बंगाल में उद्योग के लिए उपयुक्त माहौल व संसाधन होने की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार मुनादी करती आ रही हैं। देश से लेकर विदेशों तक में उद्यमियों को समझाने की कोशिश की जा रही है कि बंगाल में उद्योग के लिए सबकुछ मौजूद है। इन सबके बीच पिछले सप्ताह उन्होंने एक कार्यक्रम में केंद्र सरकार पर निवेशकों को रोकने का आरोप मढ़ दिया। इसके तीन दिन बाद एक बार फिर उद्योगपतियों के एक सम्मेलन में ममता ने कहा, 'राज्य में निवेश को लेकर माहौल सुधरा है हालांकि पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार से विरासत में मिली समस्याओं को दूर करने में थोड़ा वक्त लगेगा।' होरैसिस एशिया सम्मेलन में बोलते हुए ममता ने आगे कहा, 'बंगाल कारोबार करने में सहूलियत के लिहाज से देश में नंबर वन राज्य बनेगा। फिलहाल बंगाल इस श्रेणी में तीसरे स्थान पर है, लेकिन अगले कुछ माह में ही देशी व विदेशी निवेशकों के लिए पहली पसंद बनेगा।' इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विदेशी निवेशकों से राज्य में निवेश का आग्रह किया। इससे इतर आइटी की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के पूर्व निदेशक टीवी मोहनदास पाई ने कहा,'बंगाल में निवेश आकर्षित करने व औद्योगिक विकास के लिए सरकार को अपनी छवि बदलनी होगी। ऐसा करने से निवेशकों को भी मन मुताबिक माहौल का अहसास होगा।' पाई भी उसी सम्मेलन में मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा, 'तृणमूल कांग्रेस की सरकार अपनी छवि बदलने की कोशिश कर रही है, हालांकि निवेशकों की धारणा और मानसिकता को भी बदलने की आवश्यकता है।' पाई की इन बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। यदि एक आइटी कंपनी के पूर्व निदेशक ऐसा सोच रहे हैं तो राज्य सरकार को भी इसपर गंभीरता से विचार करना होगा। आरोप लगाना आसान है। उपलब्धियां व राज्य बेहतर है, ये भी कहना आसान है लेकिन किसी की सोच व मानसिकता बदलना काफी मुश्किल है। ममता का कहना है कि निवेश के लिए सबसे बेहतर स्थान बंगाल है क्योंकि राज्य ने 'इज ऑफ डुइंग बिजनेस' श्रेणी में खुद को लगातार सुधारा है। ममता ने कहा कि पहले बंगाल देश में 30वें नंबर पर था और अब तीसरे स्थान पर आ गया है। अगले कुछ माह में प्रथम स्थान पर आ जाएगा। यह मुनादी तो सही है लेकिन उद्योगपति व निवेशक क्या सोच रहे हैं, उनकी बातें व संभावनाओं को भी समझने की आïवश्यकता है। पाई जैसे दिग्गज का भी मानना है कि सिंगुर से टाटा का जाना बड़ा झटका है। उन्होंने कहा,'टाटा समूह अगर राज्य में रहता तो बंगाल ऑटोमोबाइल का केंद्र बन सकता था।'
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(हाइलाइटर ::: आरोप लगाना आसान है। उपलब्धियां व राज्य बेहतर है, ये भी कहना आसान है लेकिन किसी की सोच व मानसिकता बदलना काफी मुश्किल है।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]