बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के नोआपाड़ा विधानसभा और हावड़ा के उलबेडिय़ा लोकसभा उपचुनाव को लेकर ठंड के इस मौसम भी सियासी तापमान बढ़ रही है। हालांकि नोआपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक मंजू बसु के भाजपा उम्मीदवार बनने से इन्कार करने के बाद भाजपा की रणनीति को झटका लगा है। पर, भगवा खेमा हताश नहीं है। 29 को इन दोनों सीटों पर मतदान के बाद पंचायत चुनाव भी होना है। इसके बाद 2019 में लोकसभा चुनाव है। इस विस व लोस उपचुनाव में भाजपा पूरी ताकत लगा रही है। दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के साथ प्रचार भी शुरू कर दिया है। इस सीट पर बढ़त बनाने के लिए भाजपा की रणनीति क्या होती है यह तो वक्त बताएगा। परंतु, एक बार फिर तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल राय की यह एक और परीक्षा है। क्योंकि, सबंग विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सीट नहीं जीत सकी, लेकिन वोट शेयर जरूर बढ़ाया है। जिसकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की थी। उससे भाजपा की बंगाल इकाई काफी उत्साहित है। बंगाल में भाजपा का रास्ता आसान बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व अन्य ङ्क्षहदू संगठन भी सक्रिय हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन बार बंगाल के दौरे पर आ चुके हैं। उनकीयोजना फिर बंगाल दौरा पर आने की है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी जल्द ही कोलकाता आने वाले हैं।
भाजपा के अन्य शाखा संगठन भी सक्रिय हैं। भाजपा युवा मोर्चा ने 11 जनवरी से राज्यव्यापी प्रतिरोध संकल्प यात्रा शुरू करने की घोषणा की है। संकल्प यात्रा का उद्देश्य राज्य के गांव स्तर पर केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रचार करना और अधिक से अधिक लोगों खासकर युवाओं को पार्टी से जोडऩा है। भाजपा के युवा संगठन की संकल्प यात्रा पश्चिम मेदिनीपुर की कांथी से 11 जनवरी से शुरू होगी जो विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए 18 जनवरी को कूचबिहार में संपन्न होगी।
इस पदयात्रा में पांच केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। जाहिर है भाजपा के युवा संगठन के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने पर युवा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा। भाजपा युवा मोर्चा की संकल्प यात्रा में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस बाधाखड़ी करेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है। राज्य के विभिन्न भागों से भाजपा युवा मोर्चा को पदयात्रा निकालने की अनुमति प्रशासन नहीं दे रहा है इसे लेकर हाईकोर्ट में भी मुकदमा किया गया है। परंतु, गणतांत्रिक देश में हर किसी को यात्रा व जुलूस निकालने की आजादी है। इसका विरोध नहीं होनी चाहिए।
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हाईलाइटर::(तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक मंजू बसु के भाजपा उम्मीदवार बनने से इन्कार करने के बाद भाजपा की रणनीति को झटका लगा है। पर, भगवा खेमा हताश नहीं है।) 

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]