कोरोना वायरस के संक्रमण से उपजा संकट कितना गंभीर हो गया है, इसका पता उससे लड़ने के लिए नित-नए उपायों की घोषणा के साथ ही प्रधानमंत्री की ओर से देश के नाम संदेश से भी हो रहा है। प्रधानमंत्री ने हर किसी से संयम का परिचय देने और COVID-19 नामक महामारी से लड़ने का संकल्प लेने की जो अपील की वह वक्त की जरूरत है। इस जरूरत की पूर्ति होनी ही चाहिए, क्योंकि इससे ही सरकार को संकट से लड़ने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने इस रविवार जनता क‌र्फ्यू की पहल करते हुए जिस तरह युद्ध के दौर के ब्लैकआउट की याद दिलाई वह देश को मुश्किल दिनों के लिए तैयार करने की एक कोशिश भी है। ऐसे में उन अपेक्षाओं को पूरा करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी बन जाता है जो प्रधानमंत्री ने व्यक्त कीं।

कोरोना वायरस से उपजी महामारी से लड़ाई में हर किसी का सहयोग आवश्यक है। यह भूल नहीं की जानी चाहिए कि केवल बड़े शहरों के लोगों को ही सावधान रहने की जरूरत है। इस संकट से बचने में तो देश के हर एक नागरिक का योगदान चाहिए-चाहे वह शहरी हो या ग्रामीण। वास्तव में कोरोना वायरस के संक्रमण को थामना एक ऐसा राष्ट्रीय यज्ञ बनना चाहिए जिसमें हर एक को अपने नागरिक दायित्व की आहुति डालनी ही है।

चूंकि अब यह किसी से छिपा नहीं कि किसी एक व्यक्ति की लापरवाही पूरे समुदाय पर भारी पड़ सकती है इसलिए हर किसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह खुद तो सतर्क रहे ही, दूसरे भी पर्याप्त सतर्कता बरतें और इस तरह सभी संक्रमण से बचे रहें। साफ-सफाई और सेहत के प्रति सतर्कता में कमी अथवा भीड़-भाड़ से बचने में लापरवाही वैसे भयावह हालात पैदा कर सकती है जैसे इटली में देखने को मिल रहे हैं। ध्यान रहे इटली कम आबादी वाला देश है और उसका स्वास्थ्य ढांचा भी कहीं समर्थ है।

यह ठीक नहीं कि खतरा सामने दिखने और उसके लगातार गंभीर होते जाने के बाद भी कुछ लोग संकट की गंभीरता समझने से इन्कार कर रहे हैं। यह आपराधिक लापरवाही ही नहीं, हद दर्जे की मूर्खता भी है कि कोरोना वायरस से संक्रमित कुछ मरीज अस्पताल से भाग जा रहे हैं या फिर खुद को अलग-थलग करने में आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे लोग खुद को मुसीबत में डालने के साथ ही एक तरह से पूरे देश के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। जब सरकारी तंत्र और खासकर स्वास्थ्य तंत्र के लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं तब उनका सहयोग करना और उनका हौसला बढ़ाना हम सबका साझा संकल्प बनना चाहिए।