पश्चिम बंगाल पिछले कई वर्षों से देश के अन्य हिस्सों की तरह डेंगू के डंक से त्रस्त है। पिछले दिनों डेंगू से उत्तर 24 परगना जिले के दमदम, हाबरा समेत विभिन्न इलाकों में कई लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं कोलकाता में भी डेंगू से मौत के मामले प्रकाश में आ चुके हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग से लेकर स्थानीय निकाय यह पुष्टि करने को तैयार नहीं है कि डेंगू से मौत हुई है। यही नहीं हावड़ा, हुगली समेत सूबे के कई और जिलों में डेंगू से मौत हो चुकी है। डेंगू का प्रकोप अभी शांत भी नहीं हो सका है कि एक नए खतरनाक वायरस के बारे में डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क किया है। इस नए वायरस का नाम 'ह्यूमन मेटान्यूमो' है जिसकी वजह से शहर में सैकड़ों लोगों को बुखार, बदन दर्द और सांस लेने में दिक्कत आ रही है। वायरस के शरीर में सक्रिय रहने से शरीर का तापमान काफी बढऩे लगता है। मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ सलाहकार अनिल बिस्वास का कहना है कि दूसरे सीजनल वायरस की तरह मेटान्यूमो भी खांसी और छींक के जरिए फैलता है। कोलकाता में बारिश की वजह से तापमान कम हुआ है जिस वजह के कई सीजनल वायरस और बीमारियां सक्रिय हैं। मेटान्यूमो के सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, बदन दर्द, सांस लेने में तकलीफ और थकान महसूस होना शामिल है। ये सभी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है खासकर बच्चों और बड़ों को। इसके अलावा जिन्हें दिल से जुड़ी और हाई ब्लड शुगर है उन्हें इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से ये वायरस जल्द शिकार बना सकता है। विशेषज्ञों कहना है कि सार्वजनिक स्थानों जैसे बस, ट्रेन और क्लासरूम में ये वायरस अधिक मात्रा में हो सकता है। हाथ को बीच-बीच में धुलने और पोंछने के लिए रूमाल की जगह टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करने से बचाव हो सकता है। सबसे चिंता का विषय यह है कि मेटान्यूमो के लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते होने की वजह से चिकित्सक भी कंफ्यूज हो जा रहे हैं। डेंगू की तरह इसमें भी तेज बुखार और बदन दर्द की शिकायत रहती है। इस साल डेंगू टाइप टू और टाइप फोर कॉमन रहे और जीवन के लिए खतरनाक भी इसलिए मेटान्यूमो या डेंगू के वायरस के संदिग्धों को तुरंत ब्लड टेस्ट जरूरी है। सरकार को भी तत्काल प्रभाव से इस नए वायरस से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो कहीं डेंगू की तरह यह नया वायरस भी महामारी का रूप ले सकता है।
-----------------------
(हाईलाइटर::: सबसे चिंता का विषय यह है कि मेटान्यूमो के लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते होने की वजह से चिकित्सक भी कंफ्यूज हो जा रहे हैं।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]