राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआइए ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत छह राज्यों में आतंकियों, गैंगस्टरों, नशीले पदार्थों के तस्करों के गठजोड़ को ध्वस्त करने के लिए जो छापेमारी की वह यही बताती है कि यह गठजोड़ कितना व्यापक रूप ले चुका है। यह सामान्य बात नहीं कि एनआइए ने छह राज्यों में 120 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। यह व्यापक छापेमारी यही स्पष्ट कर रही है कि आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बना यह गठजोड़ कहीं अधिक मजबूती से अपनी जड़ें जमा चुका है।

यह अच्छी बात है कि इस गठजोड़ पर एनआइए की निगाह थी, लेकिन यह शुभ संकेत नहीं कि यह गठजोड़ इतने बड़े पैमाने पर अपने पांव पसार चुका है। आतंकियों, गैंगस्टरों और नशे के तस्करों का गठजोड़ एक खतरनाक समूह है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इस तरह एक बड़ा खतरा बन गया है इसका पता पिछले कुछ समय में उसके द्वारा अंजाम दी जाने वाली गतिविधियों से चलता है।

यह किसी से छिपा नहीं कि हाल के समय में किस तरह गैंगस्टरों ने एक के बाद एक कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। आतंकियों से साठगांठ रखने वाले इन गैंगस्टरों ने कुछ वारदातें तो जेल में रहते हुए अंजाम दी हैं। इसी तरह उनकी ओर से कुछ घटनाएं विदेश में बैठे हुए भी की गई हैं। यह भी सबके सामने है कि बीते कुछ समय में किस तरह से देश के विभिन्न हिस्सों में मादक पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ी गई है।

यह मानने के अच्छे भले कारण हैं कि आतंकियों, गैंगस्टरों और नशे के तस्करों के गठजोड़ को सीमा पार अर्थात पाकिस्तान से भी सहयोग और समर्थन मिल रहा है। आवश्यकता केवल इसकी नहीं है कि इस गठजोड़ पर शिकंजा कसा जाए, बल्कि इसकी भी है कि उसे जड़-मूल से समाप्त किया जाए। चूंकि इस गठजोड़ ने पंजाब में कुछ आतंकी घटनाओं को भी अंजाम देने की कोशिश की है इसलिए एनआइए एवं अन्य केंद्रीय एजेंसियों के साथ पंजाब पुलिस को भी अतिरिक्त चौकसी बरतने की आवश्यकता है।

इस आपराधिक गठजोड़ ने उस वोहरा कमेटी की याद दिलाने का काम किया है जिसने एक समय यह कहा था कि देश में भ्रष्ट एवं आपराधिक तत्वों के साथ माफिया के गठजोड़ ने अपनी समानांतर सत्ता कायम कर ली है। यह नहीं कहा जा सकता कि वोहरा कमेटी की ओर से रेखांकित किए गए इस गठजोड़ को ध्वस्त करने में सफलता हासिल कर ली गई है। स्पष्ट है कि कानून एवं व्यवस्था के साथ आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाले किस्म-किस्म के गठजोड़ बढ़ रहे हैं। इस तरह के जो भी गठजोड़ हैं उन सबके खिलाफ एक साथ सख्ती बरती जानी चाहिए। एनआइए ने जैसी छापेमारी गत दिवस की वैसी ही उसने कुछ दिनों पहले दक्षिण से लेकर उत्तर के कुछ राज्यों में जिहादी नेटवर्क के खिलाफ भी की थी। यह समझा जाना चाहिए कि जिहादी तत्वों का नेटवर्क भी देश के लिए एक बड़ा खतरा है।