सरकार ने दुर्गोत्सव और मोहर्रम के समय कुछ बाहरी शरारती तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाने की आशंका व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कुछ बाहरी तत्वों के दुर्गापूजा के समय राज्य में प्रवेश करने की आशंका है। इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस को कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री राज्यवासियों को इस तरह के खतरे की आशंका से सतर्क किया है और किसी तरह की अफवाह में नहीं पडऩे की हिदायत दी है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक सुरजीत करपुरकायस्थ का भी कहना है कि दुर्गोत्सव के समय विभिन्न प्रांतों से काफी संख्या में लोग आते हैं। यहां तक विदेशों से भी लोग दुर्गा का दर्शन करने आते हैं। बाहर से जो भी लोग दुर्गोत्सव के समय आएंगे वे सभी राज्य के अतिथि होंगे। लेकिन भीड़ में कुछ बाहरी तत्वों के शामिल होकर गड़बड़ी फैलाने की आशंका है। पुलिस इस पर कड़ी नजर रख रही है।
दुर्गापूजा पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा त्योहार है। यह एक ऐसा धार्मिक उत्सव है जो राज्य में घरों से लेकर गली-मुहल्लों और महानगर के भव्य मंडपों तक में आयोजित होता है। दुर्गोत्सव में विभिन्न जाति व धर्म के लोगों का व्यापक समागम होता है। ऐसे मौके पर सरकार ने जब बाहरी तत्वों के प्रवेश करने और गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की है तो इसे हल्के से नहीं लिया जाना चाहिए।
इससे जुड़ा एक दूसरा पक्ष यह है कि दुर्गापूजा के समय ही इस बार मोहरर्म भी साथ ही मनाया जाएगा। कलकत्ता हाईकोर्ट ने सरकार को दोनों पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए कारगर व्यवस्था करने का निर्देश दिया है जिस पर सरकार निश्चय ही अमल करेगी। लेकिन जहां तक सवाल है गड़बड़ी की आशंका की तो इससे निपटने में आम जनता का सहयोग भी जरूरी है। सभी धर्मों के पर्व-त्योहार अच्छाई का ही संदेश देते हैं। इससे सीख लेकर आम लोगों को भी आपस में मिल एक दूसरे का सम्मान करते हुए अपना-अपना पर्व-त्योहार मनाना चाहिए। यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में सभी धर्मों के पर्व त्योहार में सभी धर्म के लोगों के शामिल होने की समृद्ध परंपरा और गंगा जमुनी तहजीब रही है। आम लोग जब इस पर विश्वास करने लगेंगे तो कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होगी। बाहरी तत्वों को भी अफवाह फैलाने और हिंसा भड़काने का मौका नहीं मिलेगा।

हाईलाइटर:: (दुर्गापूजा पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा त्योहार है। यह एक ऐसा धार्मिक उत्सव है जो राज्य में घरों से लेकर गली-मुहल्लों और महानगर के भव्य मंडपों तक में आयोजित होता है।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]